पीलीभीत:नगर पालिका परिषद पीलीभीत में सफाई इंस्पेक्टर के पद पर तैनात साबिर अली की ताई कोरोना से जूझ रही हैं. ऐसे में होम आइसोलेशन के दौरान ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है. लाचार सिस्टम से कई बार गुहार लगाने के बाद भी जब सफाई इंस्पेक्टर को सिलेंडर नहीं मिला तो उसने सिस्टम की लापरवाही उजागर करते हुए कालाबाजारी की सच्चाई जनता के सामने रख दी.
लाचार सिस्टम, ब्लैक में ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने को मजबूर हुआ कोरोना योद्धा - पीलीभीत में ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी
पीलीभीत जिला प्रशासन भले ही कोरोना काल में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त होने का दावा करता हो, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है. जिले का हाल कुछ ऐसा है कि कालाबाजारी चरम पर है. कोरोना योद्धा ही ऑक्सीजन को ब्लैक में खरीदने को मजबूर हैं. देखिए ये रिपोर्ट...
सफाई इंस्पेक्टर साबिर अली ने कई हैरान कर देने वाले खुलासे किए. पहली बात तो जिले में ऑक्सीजन गैस की किल्लत है. अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. लापरवाह अधिकारी अभी भी अपना रवैया ठीक करने का नाम नहीं ले रहे हैं. एक विभाग से दूसरे विभाग तक टाल मटोली का दौर जारी है तो जिले की ड्रग इंस्पेक्टर तो बात तक करने को तैयार नहीं होतीं, जिसके कारण खुलेआम जरूरी सामानों की कालाबाजारी हो रही है.
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1500 रुपये में होती है ऑक्सीजन की रिफिलिंग
सफाई इंस्पेक्टर साबिर अली की मानें तो जिले में कालाबाजारी चरम पर है. 700 रुपये में आमतौर पर ऑक्सीजन का पूरा सिलेंडर रिफिल होता है पर जिला प्रशासन की नाकामी के चलते उन्हें मजबूरन 1500 रुपये में आधा सिलेंडर ऑक्सीजन रिफिल करा कर काम चलाना पड़ रहा है. ऐसे में आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि जब सरकारी महकमे के कर्मचारी का यह हाल है तो आमजन से क्या कीमत वसूल की जा रही होगी.