पीलीभीत में बुलडोजर के आगे बैठ गया अधिवक्ता, कहा- आगे नहीं जाने देंगे - बुलड़ोजर के आगे बैठा वकील
पीलीभीत में अतिक्रमण हटा रहे बुलडोजर के सामने एक अधिवक्ता बैठ गए. उन्होंने तहसीलदार पर बिना पूर्व सूचना के कार्रवाई करने और पक्षपात करने का आरोप लगाया.
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पीलीभीत में बुलडोजर के आगे बैठ गया अधिवक्ता
पीलीभीत:जनपद के पूरनपुर इलाके में अतिक्रमण पर कार्रवाई करने के लिए बुधवार को प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. अभियान के तहत इलाके में हुए अतिक्रमण को बुलडोजर लेकर ध्वस्त किया जा रहा था. इसी दौरान पूरनपुर के जाने-माने अधिवक्ता प्रशासन के रवैए को गलत ठहराते हुए विरोध प्रदर्शन पर उतर आए और बुलडोजर के आगे बैठकर अभियान को रुकवा दिया.
पीलीभीत के पूरनपुर इलाके में नायब तहसीलदार की अगुवाई में बुधवार को अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर चलाया गया. आरोप है कि बिना किसी पूर्व सूचना के ही नायब तहसीलदार जेसीबी के साथ अतिक्रमण हटाने के लिए निकल पड़े. नायब तहसीलदार के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में तमाम अतिक्रमण को जेसीबी से ध्वस्त कराया गया. इस दौरान पूरनपुर तहसील के जाने-माने अधिवक्ता कौशलेंद्र भदोरिया मौके पर जा पहुंचे और नायब तहसीलदार पर मनमानी करने के साथ पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान अधिवक्ता अतिक्रमण को ध्वस्त कर रही जेसीबी के सामने ही बैठ गए.प्रशासनिक अधिकारियों से हुई नोकझोंक:अधिवक्ता कौशलेंद्र के विरोध प्रदर्शन के बाद तमाम अन्य व्यापारी भी मौके पर एकत्र हो गए और प्रशासन पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया. जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारी बैकफुट पर आ गए और अतिक्रमण हटाओ अभियान को बंद कर दिया.
मामले पर बोले अधिवक्ता:विरोध प्रदर्शन करने वाले अधिवक्ता कौशलेंद्र भदौरिया ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान बिना किसी पूर्व सूचना के शुरू कर दिया गया था. ऐसे में पक्षपात करते हुए अतिक्रमण हटाया जा रहा था. अधिवक्ता ने कहा कि, "मेरा साफ तौर पर जिला प्रशासन का कहना था या तो पूरा अतिक्रमण हटाया जाए या फिर अतिक्रमण हटाओ अभियान बंद कराया जाए. पक्षपात करते हुए कार्रवाई करना गलत है".