मुजफ्फरनगर: केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह शुक्रवार को मुजफ्फरनगर के पशु मेले में पहुंचे. यहां उन्होंने शहर का नाम बदलने की वकालत कर दी. अपने बयान में उन्होंने यहां तक कह दिया कि वह यहां का नाम भी नहीं लेना चाहते है. यह धरती किसानों की राजधानी है और यह उचित नहीं कि वह इसका नाम भी बोलें. यहां का नाम बदल देना चाहिए. क्योंकि, अंग्रेजों से देश को आजाद होने के 75 वर्ष बाद भी यहां मुगलों की निशानी बाकी है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह नुमाइश मैदान में चल रहे दो दिवसीय पशु प्रदर्शनी और कृषि मेले के समापन समारोह में पहुंचे थे. यहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह जिला किसानों की राजधानी है. लेकिन, वह इसका नाम लेना भी उचित नहीं समझते हैं. वे बोल भी नहीं सकते कि वह किस शहर में आए हैं. इस शहर का नाम बदल देना चाहिए. अच्छा नहीं लगता कि इस शहर का नाम लिया जाए और इस मंच पर वैज्ञानिक और महिलाएं भी मौजूद हैं, जो सम्मानीय हैं और किसानों के बगैर देश की कल्पना संभव नहीं है. जब किसानों की चर्चा करता हूं तो लाल बहादुर शास्त्री का नाम लिए बगैर नहीं रह सकता.