मुजफ्फरनगरः यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मुजफ्फरनगर की पेपर इंडस्ट्रीज और कई शुगर मिल पर कार्रवाई करते हुए दो करोड़ से ज्यादा का जुर्माना वसूल किया गया है. जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मुजफ्फरनगर की 12 पेपर मिल के साथ-साथ 24 इंडस्ट्रीज पर छापेमारी कर न सिर्फ इंडस्ट्रीज प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. बल्कि जिले के सभी इंडस्ट्रीज इकाइयों पर 2 करोड़ का जुर्माना वसूला गया है.
जिले में फैलने वाले वायु प्रदूषण के मद्देनजर जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मुजफ्फरनगर के जौली रोड और जानसठ रोड की अलग-अलग 24 इकाइयों पर करीब एक करोड़ रुपये जुर्माना लगाया गया. इसके अलावा प्लास्टिक वेस्ट और कूड़े के ढेर हटने तक प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना निर्धारित करने का आदेश दिया है. जट मुझेड़ा और धंधेडा नाले में पेपर मिलों के अलावा अन्य 12 फैक्टरियों का गंदा पानी बहता है. इन मिलों का प्रदूषण स्तर में कमी आई है, लेकिन अपेक्षित सुधार नहीं हो पाया.
इन सभी बिंदुओं पर जांच के बाद क्षेत्रीय अधिकारी ने रिपोर्ट लखनऊ को भेजी थी. प्रदूषण के मुद्दों पर गंभीरता से लेते हुए बोर्ड ने करीब 2 करोड़ रूपये का जुर्माना लगा दिया है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारी अंकित सिंह ने बताया जब तक गंदगी के ढेर नहीं हटेंगे, तब तक उन पर जुर्माना लगता रहेगा. हर फैक्ट्री पर चार से पांच लाख रुपये के करीब पर्यावरण क्षतिपूर्ति जुर्माना लगाया गया है. जुर्माना नहीं दिए जाने पर राजस्व विभाग रिकवरी करेगा. नाला सफाई की जिम्मेदारी कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी (सीएसआर) के अनुसार फैक्ट्री स्वामियों की है. जिनका गंदा पानी इन नालों में बहता है.