मुजफ्फरनगरः जिले में कोरोना संक्रमण से जनता को बचाने व आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं देने में प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह विफल रही है. पंचायत चुनाव में शिक्षक व शिक्षक कर्मचारियों की मौत व जनपद में जनता की मौत के आंकड़ों को छुपाया जा रहा है. भाजपा सरकार पर यह आरोप सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने आज (शनिवार) समाजवादी पार्टी के कार्यालय महावीर चौक पर प्रेसवार्ता में लगाए. सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने कहा कोविड-19 से संक्रमित जनता को इलाज व आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं देने में सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है.
3 शिक्षक की मौत का सरकार का दावा झूठा, जनपद में ही 16 मौतें: प्रमोद त्यागी
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने प्रेसवार्ता कर योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए.
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शिक्षकों की मौत का आंकड़ा गलत
प्रमोद त्यागी ने भाजपा सरकार पर मौत के आंकड़े भी छुपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत चुनाव ड्यूटी में सरकार पूरे प्रदेश में सिर्फ 3 शिक्षकों की मौत बता रही है, जबकि जनपद मुजफ्फरनगर में ही माध्यमिक शिक्षा के 11 व प्राइमरी शिक्षा के 5 शिक्षक व कर्मचारियों की मौत चुनाव ड्यूटी में हुई है. समाजवादी पार्टी प्रत्येक मृतक परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग करती है. प्रमोद त्यागी ने कहा कि कोरोना से जनता के मौत के आंकड़ों को भी सरकार जनपद में 250 से भी कम बता रही है, लेकिन कोरोना के कारण संभावित मौत का आंकड़ा 2500 से भी ज्यादा है. उन्होंने कहा कि शहर में 600, कस्बा बुढ़ाना में 150, कस्बा खतौली में 375, कस्बा जानसठ में 25 व बरला गांव में ही 30 से ज्यादा संभावित मौत हुई हैं तथा अन्य गांवों में भी चिकित्सा सुविधाओं की विफलता व इलाज के अभाव में लगातार मौत हो रही हैं. प्रमोद त्यागी ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से बनाए गए कोविड सेंटरों में इलाज के नाम पर खुली लूट की गई. पर्याप्त ऑक्सीजन व वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं हो पाई. कोरोना वैक्सीन के नाम पर भाजपा सरकार जनता के साथ छल कर रही है. लोगों को वैक्सीन नहीं मिल पा रही है. जनता में अफरा तफरी का माहौल है.