मुजफ्फरनगर :जिले में लगातार हो रहे अवैध कब्जे और अवैध निर्माण पर मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई का मन बना लिया है.नगर में बनी अवैध बस्ती और की जा रही प्लाटिंग पर एमडीए ने कार्रवाई की. रविवार को एमडीए के 'महाबली' ने अवैध बनी इमारतों को धराशाही किया. जिसके कारण भू माफियाओं में हड़कम्प मच गया.
दरअसल, एमडीए मुजफ्फरनगर से सचिव अपने दल बल के साथ खतौली पहुंचे. खतौली से एसडीएम इंद्राकांत द्विवेदी के साथ पुलिस बल भी था. उन्होंने सबसे पहले एमडीए कार्यालय के बराबर में ही काटी गई अवैध कालोनी पर जेसीबी मशीन चलाई. प्लाटों की नींव उखाड़ दी गई. उसी कॉलोनी में बने तीन मकानों समेत गैस के गोदाम को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया. ऐसी स्थिति में प्लाट स्वामियों ने सचिव से बात कर कार्रवाई का विरोध जताया.
उन्होंने कहा कि जब अवैध बनाए गए मकान नहीं तोड़े गए तब प्लाटों की बाउंड्री को क्यों तोड़ा जा रहा है. सचिव ने मकानों को नोटिस देने की बात कही. उसके बाद एमडीए टीम ने शेखपुरा, गंगनहर के निकट तथा बुढ़ाना रोड पर बनाई गई अवैध कॉलोनियों में जेबीसी मशीन से तोड़फोड़ की. एमडीए विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई से पूरे दिन हड़कम्प मचा रहा.
एमडीए के सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के आसपास के क्षेत्र में अवैध कॉलोनियां बड़ी संख्या में काटी गई थीं. बताया कि कॉलोनी का रेरा में पंजीकरण भी अनिवार्य है. साथ ही एमडीए से तलपट मानचित्र पास कराना भी जरूरी होता है. यह अधिकांश कॉलोनी काटने वालों ने नहीं कराया है. उन्होंने बताया कि एमडीए द्वारा कॉलोनी काटने वालों और जमीन के मालिकों को नोटिस जारी किए गए थे. उन्हें तलपट मानचित्र पास कराने और रेरा में पंजीकरण कराने के लिए कहा गया था, लेकिन किसी ने भी ऐसा नहीं किया. जिसके बाद अनधिकृत कॉलोनी को ध्वस्त किया गया.