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किसान महापंचायत LIVE UPDATE: किसानों की मांगों को न मानना सरकार का अत्याचारी कदम : स्वामी आर्यवेश

मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत
मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत

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Published : Sep 5, 2021, 11:43 AM IST

Updated : Sep 5, 2021, 9:09 PM IST

21:01 September 05

किसान महापंचायत

मुजफ्फरनगर : जिले में रविवार आयोजित हुई किसान महापंचायत में जनसमूह का हुजूम उमड़ा. किसान महापंचायत में कई किसान नेताओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. वहीं संत समाज के लोग और युवा ढ़ोल-नगाड़ों की धुन पर थिरकते हुए किसान महापंचायत में भाग लेने पहुंचे. महापंचायत में आर्य समाज से जुड़े देश के प्रमुख संघठन का प्रतिनिधिमंडल भी अपना समर्थन देने के लिए पहुंचा. आर्यसमाज की संस्था वर्ल्ड कौंसिल ऑफ आर्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने स्वामी आर्यवेश कहा, कि सरकार को किसानों की जायज मांगों को मानना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी जिद पर अड़ी है, उसे लोगों की भावनाओं को देखते व समझते हुए पीछे हट जाना चाहिए. 

सरकार को तीनों कानून वापस लेना चाहिए व किसानों का सरकार को आदर करना चाहिए. स्वामी आर्यवेश ने कहा कि किसान अन्नदाता है. भगवान के बाद किसान ही है, जो पैदा हुए पशु पक्षियों व इंसानों का पेट भरता है. उन्होंने कहा कि किसानों की भावनाओं को कुचलना व मांगों को न मानना अत्याचारी कदम है. बता दें कि आज मुजफ्फरनगर में हुई किसान महापंचायत में विविध रंग-रूप देखने को मिले. पंचायत में दक्षिण भारत से अलग-अलग संगठन किसान महापंचायत में शामिल हुए. वहीं पंजाव, हरियाणा से बड़ी संख्या में किसान पहुंचे.

19:20 September 05

किसान महापंचायत में पहुंची सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटेकर

किसान महापंचायत में पहुंची मेधा पाटेकर

किसान महापंचायत में पहुंची सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटेकर

जिले में चल रही किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता व नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटेकर पहुंचीं हैं. महापंचायत में शामिल किसानों को सामाजिक कार्यकर्ता नेता मेधा पाटेकर ने संबोधित किया. इस मौके पर मेधा पाटेकर ने ईटीवी भारत से बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार अगर किसानों की बात नहीं सुनेगी तो किसान सरकार को जवाब देंगे. जो किसान का विरोध करेगा किसान उसका विरोध करेगा. 

कार्यकर्ता व नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटेकर ने कहा कि मुजफ्फरनगर की महापंचायत में उमड़ा जनसैलाब ही जन संसद है. जन संसद में सरकार के तीनों कृषि कानून निरस्त हो चुके हैं. देश का पीएम बनाने में उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण योगदान देता है. किसान महापंचायत में उमड़ा ये जनसैलाब सरकार को जवाब देगा. पाटेकर ने कहा कि मुजफ्फरनगर की धरती पहले दंगों से प्रेरित थी, आज दबंगता विचारधारा से प्रेरित है. उन्होंने कहा कि आज की विचारधारा किसानों की है, मजदूरों की है, खेती और प्रकृति बचाने की है. मेधा पाटेकर ने कहा कि महापंचायत में पहुंचे किसानों की संख्या देखकर मोदी सरकार किसानों की बात नहीं सुनेगी, तो मोदी सरकार को वोटबंदी से सुनाया जाएगा. 

12:30 September 05

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसान महापंचायत में पहुंच गए हैं.

मुजफ्फरनगर:भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत महापंचायत में पहुंच गए हैं. साढ़े 11 बजे के आसपास उनका काफिला मुजफ्फरनगर पहुंच गया था. अब टिकैत मंच पर पहुंच गए हैं और कुछ देर में किसानों को भी संबोधित करेंगे.

12:13 September 05

किसानों का एक जत्था हरियाणा के जींद से पैदल चलकर महापंचायत में शामिल होने के लिए आया है. इस दल में शामिल किसान महापुरुषों की वेशभूषा में नजर आ रहे हैं.

महापुरुषों की वेशभूषा में किसान

मुजफ्फरनगर: किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए हरियाणा के जींद जिले से पैदल यात्रा करके किसानों का एक दल पहुंचा है. इस दल में सभी लोग महापुरुषों के गेटअप में आए हैं. कोई महात्मा गांधी तो कोई नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, तो कोई सरदार भगत सिंह के वेशभूषा में नजर आ रहे हैं. इस मौके पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के गेटअप में आए शख्स ने कहा कि सरकार को किसानों की बात अब समझ जानी चाहिए. हम अहिंसात्मक ढंग से अपनी बात सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं.

11:25 September 05

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में आज 5 सितंबर को किसानों की महापंचायत में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में किसान यहां पहुंच रहे हैं. किसानों के साथ-साथ महिलाएं भी इस महापंचायत में शामिल होने के लिए पहुंची हैं.

महापंचायत में शामिल होने हजारों की संख्या में पहुंच रहे किसान.

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में आज 5 सितंबर को किसानों की महापंचायत है. इस महापंचायत में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में किसान यहां पहुंच रहे हैं. किसानों का कहना है कि वो इन तीन कानूनों की वापसी चाहते हैं. किसानों का कहना है कि वो सरकार को बताना चाहते हैं कि अगर सरकार ने उन पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में सरकार को नुकसान उठाना होगा. बता दें कि शनिवार से ही काफी संख्या में अलग-अलग किसान संगठनों के कार्यकर्ता यहां पहुंच रहे हैं, जिसमें महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. 

महापंचायत को लेकर मुजफ्फरनगर में आज किसानों का सुबह से ही जमावड़ा है. सरकार की नीतियों के विरोध में आयोजित इस महापंचयत में शामिल होने आए किसानों का कहना है कि सरकार को हर हाल में ये समझना होगा कि किसानों के हित की अगर चिंता है तो वो इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लें नहीं तो किसान अपना विरोध जारी रखेंगे. अलग-अलग राज्यों से यहां पहुंच रहे किसानों का कहना है कि सरकार जिद पर अड़ी है. किसान इसे बर्दाश्त नहीं करने वाले.

बता दें कि किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए देर रात से ही यहां किसानों के पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया था. हजारों की संख्या में किसान मुजफ्फरनगर के प्रत्येक मार्ग पर खाप पंचायतों व अलग-अलग किसान संगठनों के कार्यकर्ता व किसान राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर पहुंच रहे हैं. खास बात यह है कि यहां महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं.

अलग-अलग किसान संगठनों, खाप पंचायतों की तरफ से महापंचायत में आने वाले लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. वहीं अलग-अलग राजनीतिक दलों के द्वारा भी लंगर लगाए गए हैं. बताया जा रहा है कि यह पंचायत किसानों की अब तक की सबसे बड़ी महापंचायत होगी. ऐसे में लाखों की संख्या में किसानों के यहां पहुंचने की उम्मीद है. सुरक्षा के दृष्टिगत यहां पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है. कुछ अनहोनी न हो इसके लिए प्रशासन की तरफ से ड्रोन कैमरे से भी यहां नजर रखी जा रही है.

Last Updated : Sep 5, 2021, 9:09 PM IST

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