मुजफ्फरनगर: कांग्रेस के दिग्गज नेता व प्रियंका गांधी के सलाहकार हरेंद्र मलिक ने मंगलवार शाम को कांग्रेस छोड़ने का एलान कर दिया. पार्टी छोडऩे के विभिन्न कारण बताते हुए हाईकमान को इस्तीफा भेज दिया है. उनके पूर्व विधायक पुत्र और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने भी कांग्रेस को अलविदा कह दिया है. कांग्रेस नेता होने के साथ-साथ वह किसान नेता के रूप में भी एक बड़ा चेहरा जिले की राजनीति से माने जाते हैं.
कांग्रेस के कद्दावर नेता व किसान राजनीति का बड़ा चेहरा हरेंद्र मलिक ने कांग्रेस से पुत्र सहित कांग्रेस छोड़ने का एलान कर दिया. इससे पूर्व भी जिले के कई बड़े नेताओं ने दल बदल कर सबको चौंका दिया था. इसके साथ ही सियासी सूरमा की चहलकदमी सत्ताधारी दल के खेमे में चिंता बढ़ाने का सबब बन गई है. राजनीतिक दलों में अपने रणनीति व राजनीतिक कौशल का मुजाहिरा पेश कर चुके हरेंद्र मलिक राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी माने जाते हैं.
हरेन्द्र मलिक 1985 में जनता दल के टिकट पर खतौनी से पहली बार विधायक बने. इसके बाद लोकदल से वे मुज़फ़्फ़रनगर की बघरा सीट से एमएलए चुने गए. इसके बाद वे समाजवादी पार्टी चले गए. काफी समय तक सपा में रहने के बाद वर्ष 2002 में इंडियन नेशनल लोकदल से राज्यसभा सदस्य चुने गए. लेकिन ओम प्रकाश चौटाला से तल्खी के चलते वर्ष 2004 में अपने पुत्र पंकज मलिक सहित दोनों ने कांग्रेस की सदस्यता ली. इससे पूर्व हरेंद्र मलिक समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ चुके थे. साथ ही किसान आंदोलन में हरेंद्र मलिक सक्रिय रहते हैं.