मुजफ्फरनगर: शुगर बाउल के नाम से मशहूर जनपद को गन्ने की बड़ी बेल्ट के रूप में जाना जाता है. जिले में अभी तक 2019-20 के पेराई सत्र में अब तक कुल 33% गन्ने का भुगतान नहीं हो पाया है. गन्ना भुगतान के संदर्भ में ईटीवी भारत ने जिला गन्ना अधिकारी आर. डी. द्विवेदी से खास बातचीत की.
मुजफ्फरनगर: किसानों को नहीं मिला 33 प्रतिशत गन्ने का भुगतान - उत्तर प्रदेश समाचार
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 2019-20 के पेराई सत्र में अब तक कुल 33% गन्ने का भुगतान नहीं हो पाया है. गन्ना भुगतान के संदर्भ में ईटीवी भारत ने जिला गन्ना अधिकारी आर. डी. द्विवेदी से खास बातचीत की.
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22 सौ 66 करोड़ का हो चुका भुगतान
जिला गन्ना अधिकारी ने गन्ना भुगतान को लेकर ईटीवी भारत को बताया की विगत पेराई सत्र 2019-20 में जनपद की समस्त चीनी मिलों द्वारा 1 हजार 58 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद और पेराई की थी. जिसका कुल मूल्य लगभग 3403 करोड़ रुपये हुआ. जिसके सापेक्ष अब तक किसानों को 22 सौ 66 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है. जो कुल गन्ना मूल्य का 67 प्रतिशत है. अब शेष गन्ना भुगतान के संबंध में सभी चीनी मिलों से कार्य योजना मंगाई गई है और प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द जो गन्ना भुगतान शेष है, उसे किसानों को दे दिया जाए.