मुजफ्फरनगर: लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूरों की घर वापसी का मुद्दा लगातार बढ़ता जा रहा है. अपने घर से दूर मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले मजदूर इन दिनों परेशानी में नजर आ रहे हैं. प्रवासी मजदूरों की परेशानी को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन भी प्रवासी मजदूरों के समर्थन में आ गया है. इसे लेकर ईटीवी भारत ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत से बातचीत की.
ईटीवी भारत ने चौधरी राकेश टिकैत से की बातचीत. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन का विस्तार पूरे देश में है. उन्होंने कहा कि श्रमिकों के परिजन लखनऊ, गोण्डा, बस्ती, प्रयागराज आदि जिलों से हमें फोन कर बताते हैं कि हमारे लोग पंजाब, हरियाणा और महाराष्ट्र में फंसे हैं या सफर कर रहे हैं. उनके साथ सड़क मार्ग पर मारपीट भी की जा रही है.
चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि आज मेरे पास मुंबई से मैसेज आया कि तीन दिन से मजदूरों को रोज लाइन में खड़ा किया जाता है और फिर वापस भेज दिया जाता है. ऐसे में हम सरकार से चाहते हैं कि या तो उन्हें वहीं काम दे दिया जाए या फिर उनके घर भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. इसके साथ ही भूखे-प्यासे सफर कर रहे मजदूरों की मदद की व्यवस्था भी सरकार करे.
प्रवासी मजदूरों के उत्पीड़न को नहीं करेंगे बर्दाश्त
राकेश टिकैत ने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों से भी मदद की अपील की है. उन्होंने बताया कि हमने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों से अपील की है कि इन प्रवासी श्रमिकों के लिए वह अपने गांव की सीमा में रुकने की उचित व्यवस्था कराएं. साथ ही उनके भोजन-पानी का भी ध्यान रखें. इसकी सूचना प्रशासन को देकर इनके लिए बसों की व्यवस्था कराना भी सुनिश्चित करें. चौधरी राकेश टिकैत ने कहा प्रवासी मजदूरों के उत्पीड़न को भारतीय किसान यूनियन बर्दाश्त नहीं करेगी.