मुजफ्फरनगर: जिले के एक छोटे से गांव महाबलीपुर के किसान स्वर्गीय वेदपाल सिंह की बेटी रितु चौधरी यूपीपीएससी 2019 के बैच की डिप्टी कलेक्टर बनी है. रितु चौधरी ने 2019 यूपीपीएससी के एग्जाम में परीक्षा पास कर 34 वीं रैंक हासिल की और अपने गांव के साथ-साथ जनपद मुजफ्फरनगर का भी नाम रोशन किया है. यूपीपीएससी में 34 वीं रैंक हासिल करने वालीं रीतू का गांव महाबलीपुर में पहुंचने पर ग्रामीणों के द्वारा ढोल नगाड़ों व पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया.
चरथावल की बेटी बनी डिप्टी कलेक्टर अपने गांव का नाम किया रोशन
वहीं जनपद के प्रशासनिक अधिकारी भी पीसीएस में चयनित रितु को बधाई देने के लिए उनके आवास पर पहुंचे. उन्होंने अपने अनुभव को सभी के साथ साझा किया. रितु चौधरी की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही माध्यमिक स्कूल से शुरू हुई और मुजफ्फरनगर के चरथावल ब्लॉक स्थित इंटर कॉलेज व महाराजा अग्रसेन स्नातक महाविद्यालय से खत्म हुई. जहां उन्होंने ग्रेजुएशन पास कर एमबीए में एडमिशन लिया और देहरादून में जॉब भी की. रितु चौधरी इसी से संतुष्ट नहीं हो पाई और उन्होंने पीसीएस कि तैयारी शुरू कर दी. जहां उन्होंने अपने दम पर और काबिलियत पर और परिवार वालों के आशीर्वाद से मेहनत करके यूपीपीएससी 2019 की सिविल सर्विस में 34 वीं रेंक प्राप्त कर डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित होकर गांव का नाम रोशन कर दिया.
अपने परिवार के साथ रितु चौधरी सफलता का श्रेय अपने मां-बाप और भाइयों को दिया
रितु चौधरी अपनी इतनी बड़ी सफलता का पूरा श्रेय अपने मां-बाप और भाइयों और भाभी सहित परिजनों को देती है. उनका कहना है कि आज में जो यह मुकाम हासिल कर पाई हूं. इन सबके आशिर्वाद से कर पाई हूं और एसडीएम बनी हूं. गांव में जबरदस्त खुशी का माहौल है. ग्राम प्रधान भी अपने गांव की बेटी की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. परिवार में उनकी हमउम्र भाभी मां बहन मौसी और भाई भी खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं. रितु के प्रशासनिक पद पर चयन होने की सूचना मुजफ्फरनगर प्रसासनिक अधिकारियों को मिली है तभी से उनके घर पर प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों का शुभकामनाएं देने का ताता लगा हुआ है. इसी कड़ी में सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार सिंह व सीओ सिटी कुलदीप सिंह ने भी उनके घर पहुंच कर उन्हें फूलों का बुके देकर उनका स्वागत.
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गांव में खुशी की लहर
एसडीएम रितु चौधरी के परिवार में इस वक्त उनकी मां शर्मिला, दो भाई भगत सिंह व रविंद्र कुमार, भाभी नीतू रानी और एक बहन पारुल और उनके भतीजे और भतीजी वाणी वर्णित ऋषि मौजूद है. घर पर गांव वालों के परिवारों का आना-जाना लगातार उन्हें सम्मानित करने के लिए लगा हुआ है. वही रितु चौधरी चाहती है कि जल्द ही मेरी तैनाती हो और मैं देश की सेवा करूं. रितु चौधरी ने बताया कि मैं चाहती हूं देश सेवा के साथ-साथ महिलाओं और युवतियां के लिए मिशन शक्ति के अंतर्गत सेवा और काम करती रहूं. युवतियों के लिए संदेश दिया कि युवतियां अपना टारगेट पूरा कर पढ़ाई करें और कुछ बनकर देश की सेवा करें. न कि केवल घर में ही रहे. वहीं रितु चौधरी सरकार का भी आभार प्रकट कर रही हैं.