मुजफ्फरनगरः जनपद में अलग-अलग स्थानों पर मिल रहे मृत पक्षियों की सूचना पर जनपदवासियों में दहशत का माहौल बना हुआ है. वहीं अंडा और मुर्गा व्यवसाय में भी व्यापारियों को मंदी का सामना करना पड़ रहा है. जिला प्रसाशन द्वार जनपद मीरापुर के कुतुबपुर गांव में मिले आधा दर्जन पक्षियों की मौत के बाद बरेली से आई रिपोर्ट में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए हैं. जिसके चलते जिला प्रसाशन और पशु विभाग द्वारा दस किलोमीटर की परिधि में जोन घोषित कर 21 दिन के लिए अंडा मुर्गा व्यवसाय प्रतिबंधित किया गया है.
पूरे जनपद में नहीं लगा प्रतिबंध
पशु विभाग द्वारा कुतुबपुर के अलावा पुरे जनपद में अंडा और मुर्गा व्यवसाय को प्रतिबंध नहीं किया गया है. साथ ही पशु विभाग द्वारा जनपदवासियों को बर्ड फ्लू की अफवाहों पर ध्यान न देने की भी अपील की जा रही है.
टीमों ने मौके पर पहुंचकर किया निस्तारण
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एमपी सिंह ने बताया कि जनपद के किसी भी कोने से अत्यधिक मात्रा में अचानक जंगली अथवा पालतू पक्षियों की मृत्यु के संबंध में कोई सूचना नहीं है. इक्का-दुक्का जंगली पक्षियों की मृत्यु की सूचना पर तत्काल रेडी रेस्पॉन्स टीमों ने मौके पर पहुंचकर मामलों का विधिसम्मत निस्तारण किया गया.
सेनेटाइजेशन करवा रहा पंचायत राज विभाग
डॉ. एमपी सिंह ने बताया कि कुतुबपुर ऐपीसेन्टर में आज भी सेनेटाइजेशन एवं डिसइन्फेक्शन का कार्य पचांयत राज विभाग करवा रहा है. अलर्ट जोन में स्थापित ग्राम-जमालपुर में कुक्कुट पक्षियों से सर्विलेंस कार्यक्रम के अंतर्गत परीक्षण के लिए सैंपल एकत्रित किये गये. अलर्ट जोन में स्थित ग्राम सोहजनी में बर्ड फ्लू सतर्कता एवं सावधानी से संबंधित एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि आम जनता से अपील की जाती है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें एवं घबराये नहीं.