मुजफ्फरनगर:लॉकडाउन से उत्पन्न हो रही समस्या का निवारण करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने अहम फैसला लिया है. प्रदेश सरकार विभिन्न राज्यों या जिलों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का प्रयास शुरू कर चुकी है. इसी क्रम में शुक्रवार को कानपुर और मध्य प्रदेश से 67 प्रवासी श्रमिक विशेष बसों के जरिये मुजफ्फरनगर पहुंचे हैं.
मुजफ्फरनगर: 67 प्रवासी मजदूरों और 9 छात्रों को किया गया क्वारंटाइन - प्रवासी मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग
उत्तर प्रदेश सरकार की पहल के बाद शुक्रवार को मध्य प्रदेश और कानपुर से 67 प्रवासी मजदूर, जबकि 9 छात्र प्रयागराज से मुजफ्फरनगर लाए गए हैं. वहीं सुरक्षा की दृष्टि से इस सभी का मेडिकल परीक्षण कर 14 दिन तक होम क्वारंटाइन करके रखा जाएगा.

दरअसल, कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लंबे समय से लागू लॉकडाउन से प्रवासी मजदूरों को खाने-पीने के अलावा अन्य समस्याएं हो रही हैं. इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए उनके घर पहुंचाने का इंतजाम किया गया है. प्रभारी निरीक्षक थाना सिविल लाइन डीके त्यागी ने बताया कि तीन बसों से कानपुर और मध्य प्रदेश से 67 श्रमिक मुजफ्फरनगर लाए गए हैं.
इसके अलावा प्रयागराज से 9 छात्र भी विशेष बस से भेजे गए थे. जिले में पहुंचते ही सभी की थर्मल स्क्रीनिंग कर मेडिकल परीक्षण कराया गया. बाद में उन्हें उनके संबंधित थाने को सुपुर्द कर दिया गया. एहतियात के तौर पर सभी को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन करके रखा गया है.