चंदौली : जिला पंचायत सभागार में बुधवार को आयोजित जिला योजना समिति की बैठक भारी हंगामेदार रही. आरोप-प्रत्यारोप के दरम्यान सपा और भाजपा के लोग आपस में भिड़ गए. इससे सदन का माहौल विकास परक न होकर सियासी होता दिखा. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही करीब आधा घंटे तक बाधित रही. माहौल बिगड़ता देख वहां मौजूद अन्य लोगों ने पहल करके मामले को शांत किया.
दिलचस्प बात यह कि यह सबकुछ जिला पंचायत सदन के अध्यक्ष दीनानाथ शर्मा के अलावा, सीडीओ जितेंद्र नारायण, अपर मुख्य अधिकारी कमलेश सिंह समेत तमाम जिला पंचायत सदस्यों की मौजूदगी में घटित हंगामे के बाद भी, सदन में सभी प्रस्तावों को चर्चा के उपरांत स्वीकृत कर लिया गया. जिस पर 39 करोड़ का बजट खर्च किया जाना अनुमानित है.
बता दें कि जिला पंचायत कार्यालय सभागार में जिला पंचायत की बैठक बुलाई गयी थी. इसके पीछे मंशा यह थी कि जिला पंचायत सदस्य सदन के पटल पर चंदौली के विकास की कड़ी में अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखेंगे. बैठक की शुरुआत होते ही सपा खेमे के लोग सरकार पर हमलावर दिखे. सपा नेता प्रस्ताव दिए जाने के बाद भी उस पर कार्यवाही न होने का आरोप लगा रहे थे. यह बात वहां मौजूद भाजपा नेताओं को नागवार गुजरी. बैठक में तू-तू , मैं-मैं इस कदर बढ़ी की सदन हंगामें के शोर से गूंज उठा.