चंदौली : एक तरफ जहां सरकार सब पढ़ें-सब बढ़ें के स्लोगन के साथ शिक्षा की अलख जलाने में जुटी है, वहीं परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षक सरकार की मंशा पर पलीता लगाने से नहीं चूक रहे हैं. नौगढ़ विकास खंड के माध्यमिक विद्यालय गोलाबाद में डुप्लीकेट शिक्षक के पढ़ाने का मामला सामने आया है.
एबीएसए की जांच में यह शिकायत सही मिली है. यहां तैनात हेडमास्टर बिना अवकाश के ही गायब मिले और उनके बदले दूसरा शिक्षक भी पढ़ाता मिला. हालांकि बीएसए साहब अभी जांच की बात कह रहे हैं.
दरअसल, हेडमास्टर के गायब रहने और उनके बदले डुप्लीकेट शिक्षक के पढ़ाने का खेल काफी दिनों से चल रहा है. इस बात की शिकायत ग्रामीणों ने फोन कर जिलाधिकारी संजीव सिंह से की. बताया कि हेडमास्टर 15 दिनों पर स्कूल जाते हैं और उपस्थित रजिस्टर में हस्ताक्षर करके चले जाते हैं. जिलाधिकारी के निर्देश पर स्कूल में एआरपी हंसलाल जांच करने पहुंचे तो हेड मास्टर गायब मिले.
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वहीं, एक डुप्लीकेट शिक्षक आनंद यादव बच्चों को पढ़ाते दिखे. पूछताछ में उन्होंने बताया कि हेडमास्टर ने पढ़ाने को कहा है. एबीएसए ने हेडमास्टर को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा.
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गौरतलब है कि परिषदीय विद्यालयों में बदहाली और भ्रष्टाचार का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पूर्व भी जिले के विद्यालयों में टेबल पर पैर रखकर सोते, बच्चों से खाना बनवाते, झाड़ू लगवाते और बच्चों को पढ़ाई जाने वाली वर्तमान सत्र की किताबें बेचने सहित अन्य मामले भी पटल पर आ चुके हैं. विभाग की तरफ से जांच बैठा दी गई है लेकिन खास बात यह है कि आजतक इनमें से किसी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई.
इस बाबत बीएसए सत्येंद्र सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में है. एबीएसए अवधेश नारायण सिंह से रिपोर्ट मांगी गई है. आरोप सही निकला तो हेड मास्टर को निलंबित करके उनकी सेवाएं समाप्त करने की कार्रवाई की जाएगी.