चंदौली: जिले में गुरुवार को स्कूल संचालक की मनमानी का मामला सामने आया है. मुख्यालय के वार्ड नंबर दो शास्त्री नगर स्थित ब्लोसम एकेडमी के प्रधानाचार्य के द्वारा गुरुवार को 12 से अधिक छात्रों को परीक्षा केंद्र से बाहर निकाल दिया. छात्रों ने आरोप लगाया कि उनका चयन राइट टू एजुकेशन के तहत हुआ था. लेकिन संचालक शासन के नियमों को ताक पर रखकर प्रत्येक छात्र से 18 सौ रुपये फीस की डिमांड कर रहा था. ऐसे में नाराज छात्र और अभिभावक डीएम आवास पर पहुंच गए. जहां घंटे भर बाद पहुंचे बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह ने छात्रों को समझाकर वापस भेज दिया.
दरअसल, शिक्षा विभाग के द्वारा हर साल गरीब बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए राइट टू एजुकेशन एक्ट के तहत चयन किया जाता है. चयन के बाद छात्रों को स्कूल का आवंटन किया जाता है. जहां छात्रों को बगैर कोई फीस लिए शिक्षा देने का प्राविधान है. लेकिन जिला मुख्यालय के ब्लोसम एकेडमी में राइट टू एजुकेशन एक्ट के तहत चयनित छात्रों के साथ प्रधानाचार्य ने नकारात्मक व्यवहार किया है. छात्रों के परिजनों का आरोप है कि स्कूल के प्रधानाचार्य ने RTE से चयनित से 12 छात्रों को परीक्षा देने से मना करते हुए परीक्षा केंद्र से बाहर निकाल दिया. इसी के साथ परिजनों ने बताया कि स्कूल प्रशासन बच्चों से फीस की मांग कर रहा है. इसी बच्चों को परीक्षा नहीं देने दी जा रही है.