चंदौली: मनराजपुर कांड में मृतक निशा यादव को न्याय दिलाने की लड़ाई अब सड़क से सदन तक पहुंची है. सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने इस मामले को विधानसभा में उठाते हुए कहा कि आज भी पीड़ित परिवार न्याय की मांग कर रहा है. जिसे न्याय दे पाने में सरकार विफल साबित हुई. घटना में शामिल आरोपी पुलिसकर्मियों को जेल भेजने और इसकी जांच हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग की.
चंदौली: सपा विधायक ने सदन में उठाया मनराजपुर कांड मुद्दा, बोले- आरोपी पुलिसकर्मियों पर हो कार्रवाई - Manrajpur incident of Chandauli
चंदौली के चर्चित मनराजपुर कांड में मृतक निशा यादव को न्याय दिलाने के लिए सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने इस मामले को विधानसभा में उठाया और पीड़ित परिवार को न्याय देने की मांग की.
सकलडीहा विधायक ने कहा कि इस प्रकरण में सैयदराजा पुलिस इंस्पेक्टर और थाने की फोर्स ने जिस वक्त कन्हैया यादव के घर पर दबिश डाली. उस वक्त घर पर उनकी दो बेटियों के साथ पुलिस वालों ने मारपीट की. जिसमें निशा की जान चली गई. सकलडीहा विधायक ने कहा कि इस मामले में एफआईआर हुआ. पुलिस के आला अफसर पहुंचे, लेकिन आज तक किसी भी आरोपी पुलिस वाले की गिरफ्तारी नहीं ही पाई. यह यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल है.
उन्होंने कहा कि सरकार 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की बात करती है, लेकिन इस सरकार में बेटियां ही सुरक्षित नहीं है. उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे मामलों में न्याय देने की बजाय लीपापोती करती है. यदि ऐसा नहीं होता तो पीड़ित परिवार के साथ तमाम संगठनों को चंदौली में धरना और अनशन नहीं करना पड़ता, जो आज भी चल रहा है.
इस दौरान उन्होंने सदन से मांग किया कि मनराजपुर प्रकरण की जांच हाइकोर्ट के जज की निगरानी में सीबीआई से कराई जाए. ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके. साथ ही कहा कि सरकार से उम्मीद है इस प्रकरण की जांच कराकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए उचित कदम उठाएगी.
गौरतलब है कि सकलडीहा विधायक की इस मांग को इससे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, राज्यसभा सांसद संजय सिंह, चंद्रशेखर आजाद रावण समेत अन्य राजनैतिक गैर राजनैतिक संगठनों ने भी उठाया था, लेकिन शासन की तरफ से पहले मजिस्ट्रियल जांच और फिर सीबीसीआईडी को जांच सौंप दी गई. जिसके बाद सीबीसीआईडी वाराणसी की टीम जांच में जुटी है. लेकिन परिवार आज भी सीबीआई जांच की मांग कर रहा है.
बता दें, 1 मई को सैयदराजा पुलिस कन्हैया यादव के घर दबिश देने पहुंची थी. आरोप है कि इस दौरान पुलिस की पिटाई से निशा यादव की मौत हो गई. जिसके बाद पुलिस पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई. हंगामा शुरू हो गया और मौके पर डीएम-एसपी समेत आईजी कमिश्नर भी पहुंचे. डीएम संजीव सिंह ने सैयदराजा कोतवाल को सस्पेंड करने के साथ ही मुदकमा दर्ज कर जांच के निर्देश दिए थे.
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