चंदौली: मुंशी सोनकर हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया. बलुआ पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर रविवार की रात मुख्य अभियुक्त विकास यादव को बलुआ पक्का पुल से धर-दबोचा. अभियुक्त ने अपने साथियों के साथ मुंशी सोनकर की हत्या करने की बात स्वीकार की है. साथ ही उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त खून से सना ईंट का टुकड़ा, कार की चाभियां, मृतक की सिकड़ी और रुद्राक्ष की माला बरामद कर ली है. पुलिस के मुताबिक हत्या में शामिल तीन आरोपी अभी पकड़ से बाहर चल रहे हैं. पुलिस ने पकड़ने का प्रयास कर रही है.
असलहा कारोबार में बकाए को लेकर हुई हत्या
एएसपी प्रेमचंद ने बताया कि आरोपी विकास यादव मृतक मुंशी सोनकर से अवैध असलहे खरीदकर बेचता था. विकास पर असलहों की खरीद का कुछ पैसा बकाया चल रहा था. इसे लेकर मुंशी ने कई बार विकास को पीटा था. साथ ही उसे बेइज्जत करता रहता था. इस बात से विकास गुस्से में था.
विकास यादव ने रची थी हत्या की साजिश
छह जनवरी को विकास के साथी मुलायम यादव, रोहित यादव और भिक्खू यादव वाराणसी के भगतुआ स्थित मुर्गी फार्म पर बैठकर शराब पी रहे थे. उसी दौरान विकास के कहने पर सभी ने मुंशी सोनकर की हत्या की साजिश रच डाली. इसके बाद मुलायम के मोबाइल से मुंशी को फोन करके तमंचा खरीदने की बातचीत की गई.
असलहा खरीदने के बहाने रची गई हत्या की साजिश
सात जनवरी को विकास और रोहित बाइक से मुंशी सोनकर के घर गए. वहां उसने मोबाइल में एक पिस्टल की फोटो दिखाई और 25 हजार में खरीद का सौदा तय हुआ. इसके बाद सभी मुंशी की कार से बलुआ स्थित एटीएम केंद्र से 10 हजार रुपये निकालने गए. वहां से बलुआ गंगा पुल पार करके भगतुआ पहुंचे और शराब खरीदी.