चंदौलीःजिले की पुलिस शुक्रवार को एक बार फिर अपने कारनामे को लेकर सुर्खियों में आ गई. मामला अवैध वसूली व भ्रष्टाचार से जुड़ा है, जो असली पुलिस व नकली पुलिस के गठजोड़ से संचालित हो रहा था. मछली लदी गाड़ी के चालक से शिकायत के बाद विभागीय जांच में प्रथम दृष्टया नई बाजार चौकी इंचार्ज और एक पुलिसकर्मी की संलिप्तता पुष्ट हुई. इसके बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ ही दोनों दोषी पुलिसवालों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
दरअसल, इस घटना के बाबत मछली व्यापारी ने एसपी अंकुर अग्रवाल से सीधे शिकायत की गई. बताया कि यूपी की सीमा में दाखिल होते ही उसके मछली लदे ट्रक को रोक लिया गया. इस दौरान दो वर्दीधारियों के साथ मौजूद चार अन्य ने वाहन चालक को धौंस दिखाकर रोक लिया और उसे छोड़ने के एवज में बड़ी रकम की मांग कर डाली. जिसे बाद में नौबतपुर से नई बाजार पुलिस चौकी लाया गया, जहां उसने पुलिस अधिकारी की अपने स्वामी से टेलीफोनिक बातचीत कराई और मामला हल करने के लिए बड़ी रकम की लेन देन की गई.
मामला यहीं खत्म नहीं हुआ. जैसे ही ट्रक पर लदी मछलियां अपने गंतव्य हरियाणा पहुंची. ट्रक मालिक द्वारा एसपी चंदौली से अवैध वसूली की शिकायत करते हुए घटित घटनाक्रम से अवगत कराया. खुद को क्राइम ब्रांच बताने वाले चार लोग दो वर्दीधारियों से उनके ट्रक को रोककर वसूली की है. मामले को एसपी ने गंभीरता से लिया और तत्काल विभागीय जांच बैठा दी. रिपोर्ट में प्रथम दृष्टता लगाए गए आरोपों में नई बाजार चैकी इंचार्ज भूपेंद्र कुशवाहा व विनय यादव नामक पुलिस कर्मी की संलिप्तता प्रदर्शित हुई.