चंदौली: योगी सरकार इको टूरिज्म के विकास के लिए सभी संभावनाओं पर तेजी से काम कर रही है. धान का कटोरा कहा जाने वाला चंदौली अपने नेचुरल ब्यूटी के लिए भी जाना जाता है. चंदौली अनेक प्राकृतिक वाटरफॉल, फाउंटेन, ऐतिहासिक रॉक पेंटिंग और प्राकृतिक सौंदर्य के खजाने से भरा पड़ा है. पूर्व की सरकारों के ध्यान न देने से प्रकृति का ये अनमोल खजाना जंगल में वर्षों से गुम पड़ा है, जिससे लोग इसके सौंदर्य का आनंद नहीं ले पा रहे हैं. चंदौली में ढेर सारी प्राकृतिक सौंदर्य की जगहे हैं. जो पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्पूर्ण हैं. इसी क्रम में औरवाताड़ को इको टूरिज्म के रूप में विकसित करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से शासन को दो करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है.
स्थानीय चीजों के प्रयोग से होगा निर्माण, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
जिलाधिकारी ईशा दुहन ने बताया कि तीन तरफ से प्राकृतिक रूप से घिरा और लगभग 200 फीट से गिरने वाला वाटरफॉल के आस पास दुर्लभ प्रागैतिहासिक शैल चित्र हैं. इस क्षेत्र को पर्यावरण के अनुकूल स्थानीय उत्पाद और तकनिकी से पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने के लिए शासन को भेजे गए प्रस्ताव में स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ाने का ध्यान रखा गया है. मचान जहां से प्राकृतिक सौंदर्य देखने के साथ ही नेचर फोटोग्राफी की जा सकती है.