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चंदौली पुलिस ने ओवरलोडिंग के खिलाफ शुरू किया अभियान, 125 ट्रक सीज - चंदौली समाचार

यूपी के चंदौली में पुलिस ने ओवरलोडिंग के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है. पुलिस ने इस मामले में 125 ओवरलोड ट्रकों पर कार्रवाई की है.

छूट मिलते ही ओवरलोडिंग का खेल शुरू.
छूट मिलते ही ओवरलोडिंग का खेल शुरू.

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Published : Jun 12, 2020, 9:09 PM IST

चंदौली:जिले में ओवरलोड वाहनों के खिलाफ पुलिस ने अभियान शुरू किया है. पुलिस ने अभियान चलाते हुए 125 से ज्यादा बालू लदे ट्रकों को सीज कर दिया है. इतना ही नहीं 20 लाख से ज्यादा का जुर्माना भी वसूला गया है. एसपी चंदौली ने दावा किया है कि यह अभियान लगातार चलता रहेगा और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

छूट मिलते ही ओवरलोडिंग का खेल शुरू.

छूट मिलते ही ओवरलोडिंग का खेल शुरू
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लागू हुए लॉकडाउन में ओवरलोडिंग के मामलों पर लगाम लगी थी, लेकिन अनलॉक-1 में छूट मिलते ही जिले में ओवरलोडिंग का खेल फिर शुरू हो गया है. बालू लदी ओवरलोड गाड़ियों के चलते जिले की सड़कें तो खराब हो ही रही हैं, इसके साथ-साथ राजस्व का भी नुकसान हो रहा है. ओवरलोडिंग की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद पुलिस प्रशासन यूपी-बिहार बॉर्डर पर सख्ती दिखाते हुए ओवरलोड वाहन को रोककर सीज करने की कार्रवाई कर रही है.

विभागीय सरपरस्ती से चलता है ओवरलोडिंग का गोरखधंधा
चंदौली में ओवरलोडिंग का खेल बहुत पुराना है. बिहार से बालू लदी ओवरलोड गाड़ियां चंदौली के रास्ते दाखिल होती हैं. यहां से यह गाड़ियां वाराणसी समेत पूर्वांचल के विभिन्न हिस्सों में जाती है. ओवरलोडिंग का यह गोरखधंधा विभागीय सरपरस्ती से चलता है.

पुलिस ने की 125 से ज्यादा ओवरलोड गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई
पुलिस ने अबतक 125 से ज्यादा ओवरलोड गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 20 लाख से ऊपर का जुर्माना वसूला है. मामले की गंभीरता को देखते कप्तान खुद सड़क पर उतर आए हैं और इस अभियान को चला रहे हैं. ओवरलोडिंग के खिलाफ पुलिस की इस कार्रवाई से बालू माफियाओं में हड़कम्प मचा हुआ है.

पूर्व में एआरटीओ आरएस यादव पर हुई थी कार्रवाई
गौरतलब है कि ओवरलोडिंग के इस खेल में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व एआरटीओ आरएस यादव का निलंबन किया गया था, इतना ही नहीं उन्हें जेल भी भेज दिया गया था. उनकी संपत्ति जब्त की गई. आय से अधिक संपत्ति होने के कारण उनपर मामला दर्ज किया गया, जिसकी जांच चल रही है. बावजूद इसके परिवहन विभाग की सरपरस्ती में यह धंधा बदस्तूर जारी है.

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