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शहीद के शहादत दिवस पर नहीं पहुंचे जिले के अधिकारी, कन्नी काट गए मंत्री जी

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Published : Feb 15, 2021, 12:14 AM IST

Updated : Feb 15, 2021, 9:03 AM IST

रविवार को पूरे देश में पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. इन्हीं शहीदों में से एक नाम है उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के अवधेश यादव का. उनके शहादत दिवस पर जिले का कोई अधिकारी, जनप्रतिनिधि श्रद्धांजलि देने घर नहीं पहुंचा. जिले के दौरे पर रहे प्रभारी मंत्री भी उनके घर नहीं गए.

चंदौली के शहीद अवधेश यादव
चंदौली के शहीद अवधेश यादव

चंदौलीः एक तरफ रविवार को पूरा देश पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को याद कर रहा था, उनकी याद में कैंडल मार्च और तिरंगा यात्रा निकाल रहा था, वहीं शहीद अवधेश यादव की किसी अधिकारी को सुध ही नहीं थी. चन्दौली के लाल के शहादत दिवस पर न तो जिले का कोई सक्षम अधिकारी पहुंचा और न ही कोई जनप्रतिनिधि. यही नहीं, जिले के दौरे पर रहे प्रभारी मंत्री भी प्रोटोकॉल का बहाना बनाकर परिजनों से बिना मिले ही चले गए.

चंदौली के शहीद अवधेश यादव के घर नहीं गए प्रभारी मंत्री

14 फरवरी को हुआ था पुलवामा अटैक
14 फरवरी 2019 भारतीय इतिहास का काला दिन था. इस दिन जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में देश के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसको लेकर राजनीति भी खूब हुई. बाद में सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर जवानों की शहादत का जवाब दिया. इसी पुलवामा हमले में चंदौली के तोफापुर के रहने वाले अवधेश यादव भी शहीद हुए थे. रविवार को अवधेश की शहादत की दूसरी बरसी थी लेकिन जिले डीएम, एसपी, विधायक, सांसद कोई भी उनके घर नहीं पहुंचा. किसी ने उनके परिजनों का हाल जानना जरूरी नहीं समझा.

प्रोटोकॉल काल बहाना बनाकर टाल गए मंत्री
हद तो तब हो गई जब प्रदेश सरकार में ऊर्जा राज्य मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल आम बजट को लेकर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने रविवार को दीनदयाल नगर पहुंचे. वहां बजट को लेकर पत्रकार वार्ता और संगोष्ठी की. इस दौरान जब उनसे यह पूछा गया कि थोड़ी ही दूरी पर तोफापुर में पुलवामा हमले के शहीद अवधेश का घर है, आज उनकी बरसी है, क्या परिजनों से मिलने वहां जाएंगे तो पहले तो मंत्री मुस्कुराए. फिर कैमरे की उपस्थिति देख खुद को संभालते हुए बोले की हमारा कार्यक्रम ऊपर से तय होता है. यहां पार्टी के जिलाध्यक्ष जी भी हैं. इनका आदेश होगा तो वहां भी जाएंगे. हम लोग प्रोटोकॉल के हिसाब से चलते हैं.

शहीद के घर नहीं पहुंचे प्रभारी मंत्री
अगले ही पल शहीद के घर प्रोटोकॉल तोड़कर और बिना प्रोटोकॉल के ही जाने की बातों की दलील देते दिखे, लेकिन इन सबके बावजूद शाम तक प्रभारी मंत्री समेत कोई भी शहीद के घर नहीं पहुंचा. इसको लेकर परिजनों व लोगों में नाराजगी है.

सीआरपीएफ कमांडेंट व क्षेत्रीय नेताओं ने लिया परिजनों का हाल
हालांकि सीआरपीएफ 61 बटालियन दुलहीपुर चन्दौली के कमाण्डेंट विक्रम सिंह शहीद के घर पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि शहीद रमेश तो चले गए लेकिन अपनी अमिट छाप छोड़ गए. श्रद्धांजलि देने सपा नेता आनंद मोहन गुड्डू, अजय मौर्य,रामधारी, राजा,अजय राजभर सहित दर्जनों लोग पहुंचे थे.

परिजनों ने कहा, हमें भूल गया जिला प्रशासन
वाराणसी: शहीद रमेश यादव की पत्नी रीनू यादव ने कहा कि जिला प्रशासन शहादत को भूल गया. जिले से कोई अधिकारी हमारे घर पर आज श्रद्धांजलि देने नहीं आया. वहीं, शहीद के नाम पर स्मृति द्वार, शहीद स्मारक और खेल मैदान भी अभी तक नहीं बन पाया है. जिला प्रशासन द्वारा आवास और पक्की सड़क बनवाने का वादा किया गया था, वह भी नहीं हो पाया. इसके लिए जिलाधिकारी कार्यालय में लिखित शिकायत भी की गई लेकिन फिर भी कुछ नहीं हुआ. क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने भी स्मृति द्वार बनवाने का वादा किया था लेकिन वह भी अपने वादे को भूल चुके हैं. वहीं शहीद के पिता श्यामनारायण यादव, माता राजमती, छोटे भाई राजेश, रिश्तेदार राहुल को मलाल है कि रमेश यादव की शहादत को यादगार बनाने के लिए प्रशासन की ओर से कोई ठोस प्रयास अभी तक नहीं किया गया है. शहीद रमेश के चार वर्षीय बेटे आयुष को अभी भी अपने पिता के आने का इंतजार है.

ग्रामीणों के सहयोग से बनेगा स्मृति द्वार, हुआ शिलान्यास
शहीद की याद में बनने वाले स्मृति द्वार का जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों द्वारा उपेक्षा किए जाने से ग्रामीणों में रोष है. शहादत दिवस पर रविवार को गौराकला अढ़िया के पास शंकरपुर-तोफापुर मार्ग पर ग्रामीणों के सहयोग से स्मृति द्वार निर्माण का शिलान्यास शहीद के पिता श्यामनारायण यादव ने किया. इस अवसर पर सपा नेता आनंद मोहन गुड्डू, प्रधान प्रतिनिधि मुन्ना यादव,सोहन पाल,श्यामबाबू,हरिश्चंद्र आदि लोग उपस्थित थे.

शहीद की याद में खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन
शहीद रमेश यादव की दूसरी पुण्यतिथि के अवसर पर नवयुवक मंगल दल शंकरपुर की ओर से मंझारी बाबा मंदिर पर कबड्डी, तोफापुर में कैनवास बाल क्रिकेट, शंकरपुर रिंगरोड के पास क्रिकेट का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में सभी विजयी खिलाड़ियों को पुरस्कृत भी किया गया. प्रमुख रूप से सुक्खू, हरिश्चंद्र, आनंद मोहन गुड्डू रविन्द्र आदि शामिल रहे.

Last Updated : Feb 15, 2021, 9:03 AM IST

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