चंदौली : जिले के चकिया कोतवाली क्षेत्र स्थित जिला संयुक्त अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से एक नवजात की मौत का मामला सामने आया है. पीड़ित परिवार ने इस संबंध में कोतवाली में तहरीर देकर आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं, पीड़ित परिजनों की तहरीर देने की बात पर चकिया कोतवाल ने अनभिज्ञता जताई है.
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बेटा होने पर डॉक्टर ने परिजनों से लिए 3500 रुपये
चकिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर-11 निवासी सुधा वर्मा गर्भवती थीं. सुधा चकिया जिला संयुक्त अस्पताल में डाॅ. अलका सिंह से प्रेग्नेंसी के बाबत सलाह लेने गई थीं. यहां डॉक्टर अलका की अनुपस्थिति में डाॅक्टर रोमा ने सुधा को तत्काल आपरेशन से डिलवरी कराने की बात कही. इस पर पीड़िता ने अल्ट्रासाउंड और अन्य चेकअप कराने की बात कहीं, तो डाॅक्टर रोमा ने इससे इनकार कर दिया. पीड़िता के अनुसार, डॉक्टर रोमा ने उसका ऑपरेशन कर बच्चे को गर्भ से बाहर निकाल दिया. इतना ही नहीं, बेटा होने के नाम पर न्यौछार के रूप में 3500 रुपये भी परिजनों से ले लिए. इसके बाद डॉक्टर ने बच्चे की हालत गंभीर बताते हुए उसे चंदौली रेफर कर दिया. जहां से डाॅक्टरों ने उसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया. जिसके बाद परेशान परिजन उसे वाराणसी लेकर निकले, लेकिन बच्चे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
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मामला रफा-दफा करने में जुटा अस्पताल प्रशासन
पीड़िता का आरोप है कि डाॅ. रोमा ने उनका समय से पहले ऑपरेशन कर दिया, जिससे बच्चे की मौत हुई है. उन्होंने जब इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन से की, तो अस्पताल प्रशासन पीड़िता और उसके परिवार को तरह-तरह के प्रलोभन देकर मामला रफा-दफा करने की बात कहने लगे. इस पर पीड़िता ने चकिया कोतवाल में तहरीर देकर संबंधित डाॅक्टर पर कार्रवाई की मांग की है. अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले को लेकर क्या कार्रवाई करती है.