चंदौली: लोकसभा चुनाव 2024 में भले ही एक साल का समय हो. लेकिन 2023 में होने वाले सामाजिक कार्यक्रम को राजनीतिक चश्मे से देखा जा रहा है. देखें भी क्यों न जब बात उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के बड़े नेताओं में शुमार रक्षा मंत्री राजनाथ के परिवार से जुड़ा हो, जो आए तो थे मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित समरसता सहभोज कार्यक्रम में शिरकत करने. लेकिन जाते जाते मिशन 2024 की चर्चाओं को लेकर पंख लगा गए. मंच संभालते ही भाजपा के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए चन्दौली की धरती से हिन्दू एकता का शंखनाद किया.
दअरसल नीरज सिंह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के छोटे बेटे है, जो मकरसंक्रांति के अवसर पर हिन्दू युवा संगठन भारत संगठन के सौजन्य से चन्दौली मुख्यालय पर आयोजित समरसता सहभोज कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए, जो कि इस संगठन के संरक्षक भी है. चन्दौली उनका गृह जनपद है. लेकिन अब तक जिले में उनका पहला ऐसा सोशल कार्यक्रम था. जिसमें उन्होंने शिरकत की. यहीं नहीं सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ पहुंचकर अपनी ताकत का अहसास कराया. इस दौरान संगठन के कार्यकर्ताओं ने अपने संरक्षक का जोरदार स्वागत कर राजनीतिक उम्मीद की खिचड़ी भी पकाई.
इस दौरान नीरज सिंह ने मंच संभालते ही अपने पिता रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की धरा को मंच संभालने का नमन किया. बड़ों से आशीष की आकांक्षा की, वहीं, हम उम्र साथियों के बीच अपना स्नेह लुटाया. कहा कि प्रकृति जब हमें संसाधन देती है तो वह जाति और धर्म नहीं देखती. ऐसे में हमें भी अपने अंदर से सवर्ण, पिछड़ी और अनुसूचित जाति का भेद मिटाना होगा. कतिपय राजनेता अपने निजी और राजनीतिक स्वार्थ के लिए हिन्दू समाज को जातियों में बांटने का काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि यह हमारे पुरखों की धरा है, जिसे धान का कटोरा कहा जाता है. लेकिन अब चंदौली केवल धान का कटोरा नहीं बल्कि धन-धान्य की थाली बननी चाहिए. यहां अपार संभावनाएं है, जो चंदौली को तरक्की प्रदान करेंगी. अंत में उन्होंने भाजपा सरकार के कामकाज और उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि भाजपा सरकार अंत्योदय के भाव से काम कर रही है. सरकार ने गरीबों को आवास, मुफ्त राशन आदि योजनाओं से आच्छादित किया है.