चंदौली: जिले के नक्सल प्रभावित इलाके नौगढ़ में नक्सलियों की आहट से जिला प्रशासन अलर्ट पर है. एक सप्ताह पूर्व नक्सलियों की धमक के बाद तमाम सुरक्षा एजेंसियों में खलबली मच गई है. एहतियातन चंदौली पुलिस और सीआरपीएफ जवानों ने जंगलों की खाक छानी. यहीं नहीं जंगल मिलने वाले लोगों से पूछताछ की, लेकिन फिलहाल अब तक सुराग हाथ नहीं लग सका है.
एक बार फिर नक्सलियों की आहट.
आम चुनाव नजदीक है ऐसे में इस नक्सल प्रभावित इलाके में मतदान प्रभावित करने की आशंका बनी रहती है. इसके मद्देनजर एसपी चंदौली संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में लोकल पुलिस और पीएसी के साथ ही सीआरपीएफ की टीम लगातार कॉम्बिंग कर रही है. नौगढ़ और चकरघट्टा थाना क्षेत्र के एक दर्जन गांवों के जंगल, पहाड़ियों, जलस्रोतों, गुफाओं में पुलिस की टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन किसी तरह की सफलता नहीं मिली.
इस दौरान स्थानीय लोगों से मिलकर ग्रामीणों को चुनाव में निर्भीक होकर मतदान करने के लिये प्रेरित किया. साथ ही उन्हें भरोसा दिलाया कि लोकसभा चुनाव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है. नक्सलियों से जुड़ी किसी तरह की जानकारी मिलने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें.
2004 में हुआ था नक्सली हमला
18 नवम्बर 2004 में वन चौकी पर हमला हुआ था. इसमें 3 वनकर्मियों की मौत हो गई थी. 20 नवम्बर 2004 में हुए नक्सली हमले में पीएसी के 13 जवानों की मौत हो गई थी. इसके बाद से ही यहां नक्सल मूवमेंट को लेकर सीआरपीएफ की तैनाती की गई. हालांकि उसके बाद से आज तक किसी नक्सली घटना की जानकारी नहीं मिली.
बहरहाल नक्सलियों की आहट से पुलिस महकमा अलर्ट पर है. सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों को पकड़ने में सफलता भले ही न मिली हो, लेकिन इस अभियान से पुलिस के प्रति स्थानीय लोगों में विश्वास जरूर बढ़ा है.