उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

सरकार के कारण किसान आत्महत्या के लिए मजबूरः सुरेश यादव - सुरेश यादव की किसानों के साथ बैठक

उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में 9 अप्रैल को किसान महापंचायत का आयोजन होना है. इसके मद्देनजर भाकियू के राष्ट्रीय सचिव सुरेश यादव ने किसानों के साथ रणनीति पर चर्चा की.

चंदौली
चंदौली

By

Published : Mar 31, 2021, 7:34 PM IST

चन्दौलीः किसान आंदोलन के समर्थन में बुधवार को सकलडीहा स्थित कैंप कार्यालय पर भाकियू (भारतीय किसान यूनियन) के राष्ट्रीय सचिव सुरेश यादव ने किसानों के साथ रणनीति पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि आगामी 9 अप्रैल को किसान महापंचायत का आयोजन जिले में होना है. इसमें मुख्य अतिथि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह होंगे.

9 को महापंचायत
जिले में किसान विकास मंच के आठवें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में संयुक्त किसान मोर्चा के तहत आगामी 9 अप्रैल को किसान महापंचायत का आयोजन जिले में होना है. इसमें मुख्य अतिथि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह होंगे.

किसानों के साथ चर्चा
इसी क्रम में किसान आंदोलन के समर्थन में बुधवार को कैंप कार्यालय पर राष्ट्रीय सचिव सुरेश यादव ने किसानों के साथ रणनीति पर चर्चा की. इस दौरान नये कृषि कानून के विरोध में नारेबाजी की. किसान महापंचायत को सफल बनाने को लेकर भाकियू ने जगह-जगह महाबैठक शुरू कर दी है.

सरकार पर निशाना
इस मौके पर भाकियू के राष्ट्रीय सचिव सुरेश यादव ने आरोप लगाया कि केन्द्र और प्रदेश की सरकार किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य 1868 रूपये प्राप्त हुए? उन्होंने कहा कि क्रय केन्द्रों पर कटौती और कमीशन खोरी के खिलाफ सांसद और विधायक सामने नहीं आए. किसानों के धान की खरीद का 72 घंटे में भुगतान का दावा भी खोखला निकला.

इसे भी पढ़ेंः चेयरमैन की कुर्सी पर बैठ सभासद पति ने खींची थी फोटो, अब नोटिस होगा जारी

बेचना पड़ा सस्ता धान
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के गलत नीतियों के कारण किसानों को मजबूरी में 13 सौ से लेकर 16 सौ रुपये प्रति कुंतल के रेट से धान बेचना पड़ा. अब केन्द्र सरकार तीन नये कृषि कानून लाकर किसानों को गुलाम बनाना चाह रही है, इसे भाकियू होने नहीं देगा. अंत में किसान आन्दोलन के समर्थन में होने वाली महापंचायत को लेकर एकजुटता का प्रदर्शन किया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details