चंदौलीः जिले के मुगलसराय के कोतवाल राजीव रंजन उपाध्याय और उनकी टीम इन दिनों भैंस ढूंढने में लगी है. उनकी टीम पिछले दिनों में हुई लूट समेत चोरी की घटनाओं का खुलासा करने की बजाय भैंस पकड़ने में जुटी है. यहीं नहीं इसे वो बड़ी उपलब्धि बताकर पीठ भी थमथपा रहे हैं.
दरअसल मुगलसराय कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राजीव रंजन उपाध्याय दो दिनों में दो बार चोरी की भैंस बरामदगी का वर्कआउट कर चुके हैं. जिसे पुलिस बड़ी सफलता बता रही है. 27 जुलाई को पहले वर्कआउट में वाराणसी निवासी संजय गोस्वामी और मुगलसराय निवासी श्याम चौहान को एक भैंस के साथ गिरफ्तार किया था. जबकि दूसरी बार 28 जुलाई को मुगलसराय पुलिस ने वाराणसी निवासी विश्वजीत लाहा समेत दो अभियुक्त को एक भैंस के साथ गिरफ्तार किया था.
वहीं पिछले महीने में इलाके में लूट की एक और चोरी की छह घटनाएं हो चुकी हैं. लेकिन खुलासा एक का भी करने में पुलिस असमर्थ रही है. अधिकारियों की मानें तो घटनाओं का खुलासा जल्द ही होगा. इसके लिये टीम का गठन भी कर दिया गया है. लेकिन फिलहाल नतीजा भैंस पकड़ने तक ही सीमित है.
बताते चले बीते 29 जून को मुगलयराय कोतवाली क्षेत्र के हिनौली गांव में रहने वाले सिपाही पंकज यादव के घर धावा बोलकर बदमाशों ने उनकी बुजुर्ग मां विंध्यवासिनी देवी (65) और पिता हीरालाल यादव (68) का गला दबाकर लूट की घटना को अंजाम दिया था. इस दौरान बदमाशों ने सिपाही की बुजुर्ग मां के कान से झुमके भी नोंच लिए थे.
इसके अलावा दो जुलाई की रात चोरों ने मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के सुभाष नगर में मौजूद दो मकानों के ताले चटकाए थे. इस दौरान चोरों ने रिटायर्ड बैंककर्मी आरएल श्रीवास्तव के बंद मकान का ताला तोड़ चोरी की घटना को अंजाम दिया था.