छत्तीसगढ़ नक्सली हमला: चंदौली के शहीद जवान के घर नहीं पहुंचे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि
छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले में 22 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले में चंदौली जिले का भी एक जवान शहीद हो गया था. ग्रामीणों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि अभी तक शहीद जवान के घर कोई भी जनप्रतिनिधि तक नहीं पहुंचा है.
चंदौली: एक तरफ जहां जवान देश की आन बान शान के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार रहता है. वहीं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के पास उनकी शहादत को सम्मान देने के लिए भी समय नहीं है. ताजा मामला चन्दौली के शहाबगंज में सामने आया है, जहां नक्सली हमले में शहीद हुए धर्मदेव के घर क्षेत्रीय विधायक और सांसद तक नहीं पहुंचे, जिससे ग्रामीणों में खासा आक्रोश है.
बीजेपी से विधायक हैं शारदा प्रसाद
बीजापुर नक्सली हमले में उत्तर प्रदेश के दो जवान शहीद हो गए हैं. इनमें एक चन्दौली के धर्मदेव भी शामिल हैं. घटना के 24 घंटे बाद भी चकिया से बीजेपी विधायक शारदा प्रसाद परिजनों का हाल जानने नहीं पहुंचे. यहीं नहीं राबर्ट्सगंज से अपना दल से सांसद पकौड़ी कोल के पास भी शहीद के घर जाने का समय नहीं मिला. क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये से ग्रामीणों में आक्रोश है.
डीएम एसपी समेत अन्य लोग पहुंचे थे शहीद के घर
चंदौली के शहाबगंज थाना क्षेत्र के ठेकहां गांव के रहने वाले धर्मदेव की बीजापुर नक्सली हमले में शहीद होने की खबर देर शाम मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं जिले भर में दु:ख की लहर दौड़ गई. सूचना के बाद शहीद के घर ग्रामीणों और आसपास के लोगों की भारी भीड़ इकट्ठी होनी शुरू हो गई, जिसके बाद डीएम एसपी समेत अन्य आलाधिकारी उनके घर पहुंचे और शहादत की जानकारी दी. साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से 50 लाख की आर्थिक मदद और एक सदस्य को नौकरी देने की जानकारी दी.