चंदौली: जिले में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. होम्योपैथिक डॉक्टर के अपहरण के 12 घण्टे भी नहीं बीते थे कि बलुआ थाना क्षेत्र का महड़ौरा गांव मंगलवार की सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा. बाइक सवार बदमाशों ने टहलने निकले प्रधानपति नित्यानंद सिंह उर्फ पंकज सिंह (35) फायरिंग कर दी. पंकज को पांच गोलियां लगीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना से इलाके में हडकंप मच गया. एसपी चन्दौली जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का दावा कर रहे हैं.
गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला गांव
बता दें कि पंकज गांव के पूर्व प्रधान मनोज यादव की हत्या में आरोपित था. हाल ही में वो जेल से छूटकर आया था. आरोप है कि महड़ौरा गांव की प्रधान संगीता देवी के पति पंकज सिंह मंगलवार को तड़के अपने खेत में टहल रहा था. इसी दौरान एक बाइक पर आए दो बदमाशों ने पंकज पर पांच गोलियां दाग दीं. गोली लगने से पंकज की मौत हो गई है और बदमाश आराम से भाग निकले. वहीं, गोलियों की आवाज सुनकर गांव के लोग घटनास्थल की ओर दौड़े और पुलिस को सूचना दी.
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आक्रोशित परिजनों ने शव रोके रखा
पंकज सिंह की हत्या से आक्रोशित परिजनों ने पुलिस को शव ले जाने से रोक दिया और कप्तान को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे. पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि घटना के घण्टों बाद पुलिस पहुंच रही है. मृतक के भाई का आरोप है कि हत्या में गांव के ही 6 लोग शामिल हैं. हालांकि बाद में एसपी अमित कुमार मौके पर पहुंचे और जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच में जुट गई.
हत्या का आरोपी था मृतक पंकज
बता दें, पंकज सिंह गांव के पूर्व प्रधान मनोज यादव की हत्याकांड का मुख्य आरोपी था. मार्च में ही इस मामले में बेल पर जेल से बाहर आया था. कुछ लोग इस वारदात को पूर्व प्रधान की हत्याकांड से भी जोड़कर देख रहे हैं.