चन्दौलीः स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत सरकार की तरफ से जिले के 6 निरीक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र मिला. जिसमें हाल ही में अपर पुलिस अधीक्षक से बदसलूकी करने के कारण निलंबित चल रहे RI (प्रतिसार निरीक्षक) रविन्द्र प्रताप सिंह का भी नाम शामिल है. सभी इंस्पेक्टर को यह प्रशस्ति पत्र उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया गया है. अपर पुलिस अधीक्षक से बदसलूकी के आरोप में निलंबित चल रहे आरआई को प्रशस्ति पत्र मिलने से जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है.
बात दें कि कुछ दिनों पूर्व एडिशनल एसपी नक्सल अनिल कुमार ने आरआई रविन्द्र प्रताप सिंह पर आरोप लगाया था कि ड्यूटी रजिस्टर मांगने पर प्रतिसार निरीक्षक ने पहले तो देने से मना कर दिया. उसके बाद उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया था. एएसपी ने यह भी आरोप लगाया था कि आरआई ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया और कहा था कि तुम्हरे जैसे लोग हमारे यहां कूड़ा फेंकते हैं. वहीं धौंस भी दी थी. कहा था कि एसपी, आईजी, डीआईजी सब हमारी जेब मे रहते हैं. बहरहाल एएसपी ने पूरे प्रकरण को लेकर उच्चाधिकारियों के साथ ही शासन स्तर पर भी पत्र भेज दिया था.
गजब ! निलंबित RI को मिला उत्कृष्ट सेवा पदक सम्मान
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश के RI (प्रतिसार निरीक्षक) रविन्द्र प्रताप सिंह को उत्कृष्ट सेवा पदक से नजावा है. रविन्द्र प्रताप सिंह अधिकारी से बदसलूकी के आरोप में निलंबित चल रहे हैं. उन्हें उत्कृष्ट सेवा पदक का सम्मान मिलना चंदौली जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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हाई प्रोफाइल मामले में आईजी वाराणसी एसके भगत ने हस्तक्षेप किया था. वहीं इस पूरे मामले की जांच जौनपुर के एडिशनल एसपी को दी गई थी. आरआई फिलहाल लखनऊ पीएसी मुख्यालय से सम्बद्ध हैं.
बता दें की इसके अलावा भारत सरकार की तरफ से तीन अन्य निरीक्षकों को भी उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए चयनित किया गया है. जिसमें स्वाट टीम व अलीनगर थाना प्रभारी रहे बृजेश चंद्र त्रिपाठी, स्वाट टीम प्रभारी रहे सत्येंद्र कुमार यादव व अलीनगर के प्रभारी निरीक्षक सन्तोष सिंह, डायल 112 प्रभारी अखिलेश मिश्रा, एलआइयू निरीक्षक नरेन्द्र कुमार नाम शामिल है.