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सरकार और जनता के बीच की प्रमुख कड़ी हैं प्रधान, जानें प्रधान सम्मेलन में और क्या कही गई बात

पंचायती राज विभाग के मुख्यालय में शुक्रवार को प्रधान सम्मेलन का आयोजन किया गया. यह सम्मेलन राष्ट्रीय पंचायतीराज ग्राम प्रधान संगठन के बैनर तले संपन्न हुआ. सम्मेलन में ग्राम पंचायतों के विकास व ग्रामप्रधानों के हितों के मुद्दे पर चर्चा हुई.

ग्राम प्रधान सम्मेलन
ग्राम प्रधान सम्मेलन

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Published : Oct 29, 2021, 10:06 PM IST

चंदौली: पंचायती राज विभाग के मुख्यालय में शुक्रवार को प्रधान सम्मेलन का आयोजन किया गया. यह सम्मेलन राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन की ओर से आयोजित हुआ. संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ललित शर्मा बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शरीक हुए.

सम्मेलन में पहुंचे ग्राम प्रधान

इस दौरान उन्होंंने चंदौली के ग्राम प्रधानों में नई ऊर्जा का संचार किया. उन्होंंने कहा कि ग्राम प्रधान का दायित्व बहुत बड़ा है. जो उसे ग्राम पंचायत की जनता की तरफ से सौंपा गया है. प्रधान सरकार व जनता के बीच की एक मजबूत कड़ी है. जो दोनों धुरी को जोड़ने का काम करते हैं. वहीं, ललित शर्मा ने कहा कि प्रधानों के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों में वृद्धि के साथ-साथ ग्राम प्रधान कल्याण कोष की स्थापना की मांग जोर पकड़ रही है.

बता दें कि ग्राम प्रधानों को ऑर्किटेक्ट व इंजीनियर की सुविधाएं लेने के अधिकार में सहमती बनी. इस मौके कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष गोपीनाथ गिरी ने भी कई मुद्दों को मंच से उठाया. प्रधानों को एकजुट रखते हुए ग्राम पंचायतों के विकास करने का आह्वान भी किया. उन्होंंने कहा कि सरकार जो भी विकासपरक व कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है, उसका क्रियान्वयन बेहतर ढंग से करते हुए जनकल्याण की दिशा में आगे में बढ़ें. वहीं, इस दौरान प्रधानों के मानदेय वृद्धि का मुद्दा भी मंच पर गूंजा.

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जिलाध्यक्ष पवन प्रताप सिंह ने संगठन की प्राथमिकता को पटल पर रखा. उन्होंंने कहा कि संगठन प्रधानों के उत्पीड़न व उनके शोषण के खिलाफ संघर्षरत रहेगा. साथ ही मिलकर ग्राम पंचायतों के विकास के लिए भी कटिबद्ध है. संगठन अपने एक-एक सदस्य के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ा है लेकिन किसी ग्राम पंचायत में यदि कोई प्रधान विकास कार्यों में बाधक बनता है. उस गांव के प्रधान के साथ संगठन खड़ा नहीं होगा. उन्होंंने प्रधानों से आह्वान किया कि संगठन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलें.

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