चंदौली: जिले में कृषि कानून का विरोध कर किसान मार्च निकालना सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को महंगा पड़ गया. कोविड के नियमों का उलंघन करने के आरोप में सपा के राष्ट्रीय सचिव समेत 10 नामजद और 500 अज्ञात सपा नेताओं के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
जानकारी के अनुसार, कोविड 19 उल्लंघन के तहत पुलिस ने सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक मनोज सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज सिंह, सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर, सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव, पूर्व सांसद रामकिशुन यादव, पूर्व विधायक चकिया पूनम सोनकर, जिला महासचिव नफीस अहमद 'गुड्डू', संतोष यादव, बाबूलाल यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष बलिराम यादव इन सभी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है. इसके अलावा 500 अज्ञात के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई हुई है.
10 नामजद और 500 अज्ञात सपाइयों पर मुकदमा दर्ज
सोमवार को जिले के सभी विधानसभाओं से सपा के नेताओं ने किसान पदयात्रा निकालकर सरकार के इस फैसले का विरोध किया था. इस दौरान मुख्यालय स्थित धरना स्थल पर सैकड़ों की संख्या में जुटे किसानों ने संनए कानून को किसान विरोधी करार दिया. साथ ही इस बिल को किसानों संग छलावा करार दिया. इस दौरान कोरोना काल के बावजूद इतनी भीड़ जुटाना कोविड के नियमों का उलंघन किया गया था. इस पर कार्रवाई करते हुए सदर कोतवाली पुलिस ने सपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
किसान पदयात्रा के नाम पर आंदोलन में सपा नेताओं ने काफी संख्या में भीड़ एकत्र कर ली. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बिल्कुल नहीं किया गया. इसी क्रम में कोरोना के उल्लंघन में उच्चाधिकारियों के निर्देश पर सदर कोतवाली में 10 नामजद और 500 अज्ञात सपाइयों पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गई है.
-कुंवर प्रभात, सीओ सदर