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ट्रैक्टर से तिरंगा यात्रा निकाल राकेश टिकैत ने किसानों के हित में उठाई आवाज - tiranga tractor parade

अमृत महोत्सव अभियान के तहत चंदौली में भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) ने ट्रैक्टर से तिरंगा यात्रा निकाली. वहीं, राकेश टिकैत ने किसानों के हित में आवाज उठाई.

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Published : Aug 16, 2022, 12:03 PM IST

चंंदौली: आजादी का अमृत महोत्सव (azadi ka amrit mahotsav) पूरे देश में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) ने मुजफ्फरनगर में किसानों संग तिरंगा ट्रैक्टर परेड (Tiranga Tractor Parade in Muzaffarnagar) निकालकर आजादी का जश्न मनाया.

चंंदौली के भी किसानों ने करीब 12 ट्रैक्टरों के साथ रैली निकाल कर जश्न मनाया. इस रैली का आयोजन भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के आह्वान पर किया गया. तिरंगा ट्रैक्टर परेड रैली जिले के मुख्य मार्गों से होते हुए निकलकर मुख्यालय पहुंची.

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस (15 august independence day) के अवसर पर सकलडीहा में सोमवार (15 अगस्त) को भारतीय किसान यूनियन (राकेश टिकैत) के सदस्यों ने ट्रैक्टर से तिरंगा यात्रा निकाली. लोगों ने मेरा ट्रैक्टर, मेरा तिरंगा अभिमान के जमकर नारे लगाए. रैली पावर हाउस से शुरू होकर पूरे कस्बे का भ्रमण किया. भारतीय किसान यूनियन के मंडल प्रवक्ता मणिदेव चतुर्वेदी ने कहा कि तिरंगा देश की शान है. वहीं, ट्रैक्टर भी किसान की पहचान है. तिरंगे का हरा रंग किसानों के मेहनत का प्रतीक है और किसानों की पहचान है. ट्रैक्टर का किसानी और किसान से चोली दामन का साथ है. इसलिए ट्रैक्टर के साथ अमृत महोत्सव मनाना एक गर्व की बात है.

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मंडल अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी ने कहा कि असली भारत इसी तिरंगे में सिमटा हुआ है. जब तक किसानों की आर्थिक स्थिति नहीं सुधरेगी, तब तक कोई भी महोत्सव बेमानी होगा. उन्होंने कहा कि अभी तक किसानों को गेहूं का बीज, अनुदान की सब्सिडी नहीं मिली है. इसके चलते जिले का किसान बहुत दुखी है. अमृत महोत्सव को जमीन पे उतारे बिना, हम सबकी जिम्मेदारी पूरी नहीं होगी. जनपद सूखे की चपेट में है, इसलिए जिले को सूखाग्रस्त घोषित कर मदद देनी चाहिए. वहीं, बिजली का निजीकरण किसानों के प्रति अन्याय है.

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