चंदौली:वाराणसी दौरे के आखिरी दिन उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू शनिवार साढ़े 10 बजे चंदौली के पड़ाव स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन पहुंचे. यहां उन्होंने अपनी पत्नि के साथ भ्रमण किया और दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति की चरण वंदना करते हुए पुष्प अर्पित किया. इस दौरान उन्होंने पंडित जी के बारे विजिटर बुक पर रिमार्क में लिखा कि दीनदयाल जी ने व्यक्तिगत सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों को हमेशा बनाये रखा. उनके अलावा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने भी रिमार्क लिखा.
विजिटर बुक में उपराष्ट्रपति के रिमार्क :उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Vice President Venkaiah Naidu) ने लिखा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्थल का भ्रमण किया. पंडित जी भारत के अग्रणी सांस्कृतिक और राजनीतिक विचारकों में से एक है. दीनदयाल उपाध्याय गहन दार्शनिक और उत्कृष्ट संगठनकर्ता थे. वह एक ऐसे नेता थे जिन्होंने व्यक्तिगत सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों को बनाए रखा. उनका जीवन 'अंत्योदय' का दर्शन और एकात्म मानववाद राष्ट्र के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा का स्रोत रहा है. दलितों का उत्थान और समाज के वंचित वर्गों को खुश रखना, पंडित दीनदयाल उपाध्याय को सबसे अच्छी श्रद्धांजलि होगी. आइए हम भारत को एक खुशहाल और समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए सभी इस दिशा में काम करते रहे.
इसके अलावा उपराष्ट्रपति के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने भी पंडित दीनदयाल स्थल का अवलोकन किया. अपने विचार रखते हुए उन्होंने विजिटर बुक में इसे प्रेरणा तीर्थ बताया. उन्होंने लिखा, 'दीनदयाल जी हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत है, यह स्थल पवित्र है. गरीबों, दलितों के लिए और पिछड़ों के लिए काम करना चाहिए. यह प्रेरणा तीर्थ है'.