चंदौली: चंदौली में पीडीडीयू नगर रेलवे के मंडल सुरक्षा आयुक्त कार्यालय में विजिलेंस के छापे में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ. टीम की जांच में 30 RPF जवानों (RPF Constable) के पौने दो करोड़ के एरियर (Arrears of RPF Constable) में हेराफेरी का खुलासा हुआ. इसके आरोपी लिपिक को तत्काल निलंबित कर दिया गया. आरोपी लिपिक के खिलाफ मुगलसराय कोतवाली (Mughalsarai Kotwali) में मुकदमा दर्ज कराया गया है. आरोपी फरार बताया जा रहा है.
बता दें कि वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त कार्यालय में तैनात लिपिक युवराज सिंह आरपीएफ जवानों व विभागीय कर्मियों का वेतन, एरियर आदि के भुगतान का काम करता था. वह विभागीय कर्मचारियों व जवानों के एकाउंट नंबर में हेरफेर कर एरियर को अन्य खातों में ट्रांसफर कर लेता था. ऐसा वह कई साल से कर रहा था. इसकी भनक आरपीएफ कमांडेंट जेथिन बी राज को लगी. कमांडेंट ने इसकी शिकायत हाजीपुर विजिलेंस अधिकारियों से की.
शिकायत मिलने पर बुधवार को विजिलेंस की टीम के तीन अधिकारी कमांडेंट कार्यालय में पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी. जांच के दौरान पता चला कि कमांडेंट कार्यालय का आरोपी कर्मचारी युवराज सिंह 30 विभागीय जवानों व कर्मचारियों के एरियर से छेड़छाड़ कर पौने दो करोड़ से ज्यादा की रकम का गोलमाल कर चुका है. जांच में पता चला कि वह रिटायरमेंट की कगार पर पहुंचे जवानों के खातों से ज्यादा छेड़छाड़ करता था ताकि मामले का पता न चल सके.