चंदौली:खाकी का नाम सामने आते ही लोगों में क्रूर व्यक्तित्व चेहरा सामने आता है, लेकिन अपराधियों से मोर्चा लेते लेते कठोर हो चुके खाकी के शहजादों के अंदर भी नरम दिल है. कुछ ऐसी ही तश्वीर चंदौली में देखने को मिली. एसपी चंदौली अमित कुमार एक मासूम के लिए फरिश्ता बन गए. एक मासूम की जान सांसत में थी और उसको तत्काल इलाज की जरूरत थी. पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने न सिर्फ मासूम को समय से अस्पताल पहुंचाया, बल्कि समय से इलाज भी उपलब्ध कराया. फिलहाल, बच्चे का इलाज जारी है और खतरे से बाहर बताया जा रहा है.
सोमवार दोपहर एक मासूम घर के पास खेलते समय तालाब में गिर कर बेहोश हो गया था. उसे आनन-फानन में परिजन इलाज के लिए लेकर जा रहे थे, लेकिन इस बीच अलीनगर थाना क्षेत्र के मटकुट्टा गांव के पास डीडीयू-गया रेल रूट पर रेलवे क्रॉसिंग के पास मालगाड़ी पटरी से उतर गई थी और आवागमन ठप था. इससे अलीनगर सकलडीहा मार्ग पर आवनगमन बंद हो गया. इसी दौरान धर्मेन्द्र राजभर अपने बच्चे को लेकर परिजनों संग बदहवास अवस्था में पैदल रेलवे ट्रैक पार कर रहा था कि तभी पुलिस अधीक्षक अमित कुमार की नजर पड़ी और उन्होंने पूछा कि आप लोग रो क्यों रहे हैं, बच्चे को क्या हुआ.
इस पर एक महिला ने बताया कि बच्चा खेलते समय तालाब में गिर गया था और बेहोश हो गया है. इलाज के लिए जा रहे हैं. रेलवे फाटक पर मालगाड़ी के बेपटरी होने के कारण दोनों तरफ वाहनों का रेला लगा हुआ था और सड़क पर जाने के लिए जगह नहीं थी. इसके बाद बच्चे की बिगड़ती हालत को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने अपने स्कॉर्ट से तत्काल बच्चे और उसके परिजनों को पुलिस कर्मियों के साथ तत्काल मुगलसराय इलाज के लिए भेजा, लेकिन विभागीय लापरवाही यहां भी भारी दिखी.