चंदौली:कोरोना काल में पड़ने वाली दिवाली के त्योहार पर मिट्टी के दीये बनाने वाले कारीगरों को उम्मीद है कि इस बार उनका बिजनेस चमकेगा. इस दिवाली पर बाजार से चाइनीज लाइटें और मोमबत्तियां गायब हैं. इस कारण से भी मिट्टी के दीये बनाने वालों को उम्मीद जगी है कि इस दिवाली उनके द्वारा बनाए गए मिट्टी के दीये काफी मात्रा में लोग खरीदेंगे. इसी उम्मीद के सहारे मिट्टी के दीये बनाने वाले कारीगर हर साल की अपेक्षा इस साल ज्यादा दीये बना रहे हैं.
चाइनीज सामानों पर रोक से बिक्री बढ़ने की उम्मीद
दरअसल, कोरोना की त्रासदी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के दौरान मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कारीगरों का व्यवसाय चौपट हो गया था, लेकिन इस बार की दिवाली से कारीगरों को काफी उम्मीद है. इनका कहना है कि इस दिवाली पर उनका व्यवसाय चमकेगा. क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने चाइनीज सामानों की बिक्री पर रोक लगा दी है, जिससे बाजार में चायनीज झालर और मोमबत्तियां नहीं बिक रही हैं.
दोगुना व्यवसाय होने की उम्मीद
ऐसे में जो लोग मिट्टी के दीये लेने से कतराते थे और चायनीज झालरों का इस्तेमाल करते थे, वो लोग भी इस बार दिवाली में मिट्टी के दीयों का उपयोग कर रहे है. इससे उसकी डिमांड बढ़ी है. डिमांड के अनुसार आपूर्ति की जा रही है. इस बार दिवाली तक मिट्टी के दीये और खिलौने का व्यवसाय दोगुना होने की उम्मीद है.