चंदौलीः बिना सूचना के स्कूल से गायब रहना व शिक्षण कार्यों में लापरवाही चार शिक्षकों के लिए भारी पड़ी. बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह ने नौगढ़ बीईओ की आख्या पर चारों शिक्षकों को निलंबित करने की कार्रवाई की है. शिक्षक बिना सूचना काफी दिनों से स्कूलों से गायब थे. वहीं, ग्रामीणों की ओर से भी उनके खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं. इसी के चलते इन चारों शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
घर बैठे वेतन ले रहे थे चार शिक्षक, ऐसे खुली पोल...ये हुई कार्रवाई
चंदौली में घर बैठे वेतन लेने वाले चार शिक्षकों को लापरवाही भारी पड़ गई. पोल खुलने पर सारा मामला सामने आ गया. इन चारों शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. आगे पढ़िए पूरी खबर.
प्राथमिक विद्यालय, हनुमानपुर में नियुक्त सहायक अध्यापक मनु सिंह चौहान व भोपाल सिंह काफी दिनों से विद्यालय से गैरहाजिर थे. वे उच्चाधिकारियों का आदेश भी नहीं मानते थे. वहीं, ग्रामीणों की ओर से भी लगातार इनकी शिकायतें मिल रहीं थीं. इस पर बीईओ ने इसकी जांच की तो आरोप सही पाए गए. बीईओ की आख्या पर बीएसए ने उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की.
इसके अलावा कंपोजिट विद्यालय बैरगाढ़ के प्रभारी प्रधानाध्यापक दयाशंकर का भी यही हाल रहा. उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है. फिलहाल उन्हें बीआरसी से संबद्ध किया गया है. इसी विद्यालय के एक अन्य सहायक अध्यापक अरुण कुमार राय भी स्कूल से काफी दिनों से अनुपस्थित रहे. उनके खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की गई है.
चारों शिक्षकों के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए सदर व चकिया बीईओ को नामित किया गया है. दोनों को 15 दिनों के अंदर प्रकरण की जांच कर आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है. तब तक निलंबित शिक्षक दफ्तर से संबद्ध रहेंगे. उन्होंने बताया कि लापरवाही के कारण शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. शिक्षक अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएं वरना कार्रवाई को तैयार रहें.
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