चंदौली : सकलडीहा विधानसभा के संघती गांव में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया. वहीं, कुढ़े खुर्द व जगदीश सराय में नाम मतदाता सूची में काटे जाने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. आरोप लगाया कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण मतदाताओं को मतदान के अधिकार से वंचित होना पड़ा है. लिहाजा जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
संघति में मतदान का बहिष्कार, कई जगह पर प्रदर्शन के बीच 'महकमा' मनाने में जुटा सकलडीहा विधानसभा के संघती गांव के ग्रामीणों का कहना था कि पूर्व प्रधान द्वारा गांव में कराए गए विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गयी है. इसकी जांच की शिकायत बार-बार की गयी. लेकिन जिला प्रशासन ने ग्रामीणों की शिकायत व मांग को संज्ञान में नहीं लिया.
अंततः ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया है. कहा कि जब तक पूर्व प्रधान के खिलाफ जांच व कार्यवाही नहीं हो जाती, मतदान के बहिष्कार का निर्णय कायम रहेगा. हालांकि मौके पर पहुंचे नायाब तहसीलदार लोगों को समझाने में जुटे है. उन्होंने बताया कि 20-25 लोगों का मतदान पड़ गया है.
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वहीं, कुढ़े खुर्द गांव में कई ग्रामीणों के नाम वोटर लिस्ट में नहीं मिले. मतदान के दिन इसकी जानकारी होने पर ग्रामीणों ने यहां जमकर हंगामा किया. कहा कि मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम में प्रशासनिक लापरवाही के कारण वोटरों को मतदान के अधिकार से वंचित होना पड़ रहा है.
इसी तरह मुगलसराय विधानसभा क्षेत्र के जगदीशसराय गांव के बूथ संख्या-404 व 405 पर सुबह 10 बजे से एक-एक बूथ पर करीब 25 से 30 मतदाता वोटर लिस्ट में नाम न होने के कारण निराश होकर घर लौट गए.
ग्रामीणों ने बताया कि हम सभी ने पंचायत चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. हालांकि राजनीतिक साजिश के तहत उनका नाम मतदाता सूची से काट दिया गया ताकि हम सभी मतदान के अधिकार से वंचित रह जाएं. कहा कि इसके लिए जिम्मेदार कर्मचारियों व अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए.