चन्दौली:जिले में बीट पुलिस प्रणाली को पायलट परियोजना के तौर पर लागू किया जा रहा है. इस प्रणाली से कानून व्यवस्था सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी और अपराध व अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने में सहूलियत होगी. बीट आरक्षी की जिम्मेदारी होगी कि घटनास्थल पर पहुंचकर अपने दायित्वों का निर्वहन करे.
ईटीवी भारत से बातचीत में एसपी चंदौली हेमंत कुटियाल ने बताया कि बीट पुलिसिंग सिस्टम से अपराध व अपराधियों पर अंकुश तो लगेगा ही साथ ही पुलिस की स्थिति में भी सुधार होगा. बीट पुलिसिंग सिस्टम से पुलिस सीधे जनता से जुड़ेगी और आम जन सुरक्षा प्रदान होगी.
स्मार्ट पुलिसिंग के तौर पर बीट प्रणाली होगी शुरू
शासन की इस पहल के बाद स्मार्ट पुलिसिंग के तौर पर बीट प्रणाली को चंदौली के चकिया कोतवाली में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है. पुलिस को सिस्टम की बारीकियों का पाठ पढ़ाया गया. इस दौरान बीट बुक, वायरलेस हैंडसेट और असलहा दिया जा रहा है. साथ ही इन्हें एक सीयूजी नंबर भी दिया जाएगा, जिससे आरक्षी बीट अधिकारी के बदले जाने के बाद भी नंबर के जरिए उस क्षेत्र के संभ्रांत लोगों से जुड़ाव बना रहे.
इस प्रोजेक्ट को अन्य थानों में किया जाएगा लागू
आरक्षी बीट अधिकारी अपराध पर लगाम लगाने के साथ ही यूपी पुलिस से जुड़ी योजनाओं को भी लोगों तक पहुचाने में मदद करेंगे. यूपीकॉप, पिंनप्रिंट सी प्लान एप्प है. इससे जुड़ी जानकारी और उपयोग के बारे में भी समझाना है. इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद जिले के अन्य थानों में भी इसे लागू किया जाएगा.