उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

चंदौलीः पुलवामा हमले में शहीद अवधेश यादव के नाम पर रखा गया मार्ग का नाम - शहीद अवधेश यादव मार्ग चंदौली

यूपी के चंदौली जिले में बहादुरपुर-भूपौली मार्ग का नाम शहीद अवधेश यादव मार्ग रखने की संस्तुति सरकार द्वारा कर दी गई है. इसकी जानकारी जिलाधिकारी ने ट्वीट कर दी है. बता दें शहीद अवधेश यादव पुलवामा हमले में शहीद हो गए थे.

शहीद अवधेश यादव मार्ग चंदौली
शहीद अवधेश यादव मार्ग चंदौली

By

Published : Sep 12, 2020, 6:24 PM IST

चंदौलीःउत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले साल जम्मू कश्मीर में हुए सीआरपीएफ की कंपनी पर आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को दिए जाने वाले सम्मान की दिशा में एक और पहल की है. सरकार ने इन शहीदों के पैतृक गांव की सड़कों का नाम इनके नाम पर रखने की मुहर लगा दी है. इसके लिए सरकार ने बकायदा नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. इस आतंकी हमले में चंदौली के पड़ाव इलाके के बहादुरपुर गांव के रहने वाले अवधेश यादव भी शहीद हुए थे. जिनके नाम पर इनके गांव से गुजरने वाली सड़क बहादुरपुर-भूपौली मार्ग का नाम शहीद अवधेश यादव मार्ग रखने की संस्तुति सरकार द्वारा कर दी गई है. जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है.

दरअसल उत्तर प्रदेश के 11 शहीद जवानों के नाम पर सड़कों का नामकरण होना है. जिसमें चंदौली के गांव बहादुरपुर से भूपौली मार्ग का नामकरण शहीद अवधेश कुमार यादव के नाम पर करने की अधिसूचना जारी हो गई है. वहीं शहीद अवधेश कुमार यादव के छोटे भाई बृजेश कुमार यादव ने इस पहल पर सरकार का आभार व्यक्त किया है, लेकिन साथ ही साथ ईटीवी से उन्होंने अपना दर्द भी साझा किया.

बृजेश ने कहा कि जब भैया की शहादत हुई थी तो सरकार के नुमाइंदों और आला अधिकारियों ने तमाम तरह के वादे किए थे. सड़क के नामकरण के साथ-साथ शहीद अवधेश कुमार यादव के नाम पर एक मिनी स्टेडियम और एक कॉलेज भी खोलने का आश्वासन परिजनों को दिया गया था, लेकिन उस दिशा में आज तक कोई भी पहल सरकार की तरफ से नहीं की गई. सरकार को चाहिए कि जिस तरह से उन्होंने सड़क का नामकरण हमारे भाई के नाम पर किया है. उसी तरह अपना अन्य वादा भी निभाए और उनके नाम पर एक मिनी स्टेडियम और कॉलेज की स्थापना की जाए.

गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 45 जवान शहीद हो गए थे. जिसमें चंदौली के लाल अवधेश यादव समेत 11 जवान उत्तर प्रदेश के थे. उस वक्त सरकार ने कई वादे भी किए थे. जिसमें शहीदों के घर जाने वाला मुख्य मार्ग शहीद के नाम पर रखा जाना भी था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details