चंदौली: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित नवीन मंडी समिति का निरीक्षण करने पहुंचे. जहां बहुप्रतीक्षित अल्ट्रा मॉडल मस्त्य मंडी के लिए चिन्हित जमीन पर निमार्ण कार्य के लिए अफसरों से चर्चा की. वहीं, टेंडर में देरी होने की वजह से मंत्री निषाद ने नाराजगी जताते हुए अफसरों को सख्त लहजे में निर्देशित किया कि टेंडर प्रक्रिया को पूर्ण कराने के साथ ही निमार्ण आरंभ कराएं. क्योकि ये प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना है. इसके लंबित होने पर अफसरों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगेगा.
नवीन मंडी में अल्ट्रा मॉडल मत्स्य बिल्डिंग देश की पहली ऐसी आधुनिक इमारत होगी. जहां एक छत के नीचे सभी सुविधाएं होंगी. पूरी बिल्डिंग सेंट्रली वातानुकूलित होगी. ऊर्जा बचाने के लिए चार सौ किलोवाट का सोलर पावर भी लगाया जाएगा. आने-जाने के रास्ते अलग-अलग होंगे. मछलियों की दुर्गंध न फैले, इसके लिए भी विशेष प्रबंध होगा. सॉलिड और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट का विशेष ख्याल रखा जाएगा.
चंदौली में देश की सबसे बड़ी अल्ट्रा मॉडल मत्स्य मंडी बनने से पूर्वांचल में बड़े पैमाने पर मत्स्य पालन करने वालों को सुविधा मिलेगी. साथ ही बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन भी होगा. मंडी का निर्माण दस हजार वर्ग मीटर जमीन में लगभग 62 करोड़ रुपये की लागत का होगा. इस बिल्डिंग में मछली पालन के तरीकों, मार्केटिंग, तकनीक, एक्सपोर्ट से लेकर मछली के कई प्रकार की डिश पकाने और खाने तक की सुविधा होगी.