चन्दौली:कहते हैं कि न्याय व सच्चाई की लड़ाई में देर भले ही हो जाए. लेकिन जीत सच्चाई की ही होती है. कुछ ऐसा ही एक महिला ग्राम प्रधान के साथ हुआ है. जिसने मतगणना में धांधली के लिए लगभग एक साल से अधिक समय तक कानूनी लड़ाई लड़ी और अब जाकर उसे जीत हासिल हुई. अंततः उसे नया ग्राम प्रधान घोषित कर दिया गया है. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इन जिम्मेदारों पर कार्रवाई कब होगी?
चंदौली जिले के नियामताबाद विकास खंड के मुहम्मदपुर (मलोखर) गांव के ग्राम प्रधान पद पर पीडीडीयू नगर एसडीएम ने मतगणना को चुनौती देने वाली आफरीन बानो को दोबारा हुई मतगणना के बाद 14 मतों से विजयी घोषित करते हुए पुराने ग्राम प्रधान का निर्वाचन रद्द कर दिया है. उपजिलाधिकारी ने मामले में निवर्तमान प्रधान जमीला बानो का निर्वाचन निरस्त करते हुए आदेश की प्रति संबंधित विभागों को भेजने का आदेश दिया है. ताकि नए ग्राम प्रधान को काम करने का मौका मिल सके.
आपको बता दें कि, पिछले वर्ष त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मुहम्मदपुर (मलोखर) के ग्राम प्रधान पद की उपविजेता आफरीन बानो ने मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए पीडीडीयू नगर एसडीएम न्यायालय में पुनर्मतगणना का वाद दाखिल किया था. इस पर सुनवाई के बाद एसडीएम ने पुनर्मतगणना के लिए 23 सितंबर 2021 की तिथि तय की थी. उसी दिन करीब पांच बजे तत्कालीन तहसीलदार आनंद कुमार कन्नौजिया की देखरेख में पुनर्मतगणना शुरू हुई. जो करीब साढ़े आठ बजे तक चली. हालांकि तकनीकी कारणों से परिणाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.