चंदौली: बीते 30 जनवरी को जिले की इंडियन बैंक की शाखा का लॉकर काटकर करोड़ों के आभूषण व जेवरात चोरी हुए थे. मामले में करीब दो हफ्ते बाद पुलिस ने झारखंड के जामनगर थाना के सरकंडा से आठ शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है. वहीं दो बांग्लादेशी समेत पांच अभी भी फरार हैं. चोरों के पास से 15 लाख से अधिक नकदी, सोने व चांदी के आभूषण बरामद हुए हैं. पुलिस लाइन में बुधवार को आइजी के. सत्य नारायण ने गिरफ्तारी व बरामदगी के संबंध में जानकारी दी.
गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि 30 जनवरी की रात वो इंडियन बैंक की खिड़की काटकर बैंक के अंदर दाखिल हुए थे. इसके बाद गैस कटर के जरिए 40 लॉकरों को काटकर उसके अंदर रखा करोड़ों रुपये के आभूषण पार कर दिए थे. मामले के बाद से ही अपनी जीवन भर की कमाई को गंवाने वाले लॉकरधारकों में रोष बढ़ गया. इसके बाद पुलिस व क्राइम ब्रांच की कई टीमों के साथ एसटीएफ भी जिले की सबसे बड़ी चोरी को अंजाम देने वाले शातिरों का सुराग लगाने में जुट गई. वहीं चोरी की घटना बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. इसके आधार पर पुलिस ने अपनी छानबीन शुरू की. जिसके बाद पुलिस ने चोरी की घटना में शामिल झारखंड व पश्चिम बंगाल के आठ शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया.
शातिर चोरों की पहचान झारखंड साहिबगंज जनपद के राजमहल थाना के जामनगर निवासी डुग्गू प्रमानिक, मिट्ठ मंडल, गौरव मंडल और राधानगर थाना के बेगमगंज थानी के पवन शाह के रूप में हुई है. उनकी निशानदेही पर उनके सहयोगी उदवा जंगलपाड़ा की पूजा देवी, आलोक कुमार और कानपुर के गोविंदपुरी थाना निवासी भानु प्रताप सिंह को पकड़ा गया. इसके साथ ही बिहार कैमूर जिले के मोहनियां थाना के बड़ी बाजार निवासी सोनू खान को चोरी के माल के साथ, पड़ाव स्थित कुष्ठ आश्रम के पास पकड़ा गया. फिलहाल चोरी में शामिल रहे पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश के रहने वाले ओमप्रकाश मंडल, कृष्णादास, अशोक मंडल, गोपी और दिलीप मंडल अभी भी फरार हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है.