मुरादाबाद: कोविड टीकाकरण के 24 घंटे के बाद जिला अस्पताल के एक वार्ड ब्वाय की मौत होने से खलबली मच गई. परिजनों का आरोप है कि कोविड वैक्सीन लगने के बाद महिपाल की हालत बिगड़ गई. इसके बाद रविवार की शाम को इनकी मौत हो गई. सीएमओ एमसी गर्ग ने बताया कि महिपाल को सीने में दर्द और सांस फूलने की शिकायत पर भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताया गया है.
दरअसल, पूरे देश में 16 जनवरी से कोविड वैक्सीन के टीकाकरण की शुरुआत हुई थी. मुरादाबाद जिला अस्पताल में भी स्वास्थकर्मियों को टीका लगाया गया था. जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय पद पर तैनात महिपाल सिंह ने भी 16 जनवरी को 12 बजे करीब कोविड वैक्सीन का टीका लगवाया था. इसके बाद बेटे को अस्पताल बुलाकर घर वापस आ गए. 16 जनवरी की ही रात को इमरजेंसी वार्ड में उनकी ड्यूटी की. 17 जनवरी रविवार को ड्यूटी से घर वापस आने के बाद अचानक से उनकी तबियत बिगड़ गई. इसके बाद महिपाल को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया. परिजनों का आरोप है कि कोरोना वैक्सीन की वजह से ही महिपाल की हालत बिगड़ी और मौत हो गई.
मृतक महिपाल के बेटे विशाल ने बताया कि 17 जनवरी को उसके पिता महिपाल ड्यूटी से घर वापस आये तो उनकी तबियत खराब थी. उसे घर से फोन आया कि उसके पापा की तबियत बहुत खराब है. इसी बीच परिवार वाले उनको जिला अस्पताल ले गए, जहां उनकी मृत्यु हो गई.
मेरे पिता को 16 जनवरी को कोरोना की वैक्सीन लगी थी. मेरे पास उनका 12.30 बजे कॉल आया कि बेटा अपनी गाड़ी लेकर जिला अस्पताल आ जाओ. वह बोले मेरा कोविड वेक्सिनेशन होगा और मुझसे आज गाड़ी नहीं चलेगी. उसके बाद वहां से करीब 1.30 वेक्सिनेशन होने के बाद उनको अपने साथ घर ले आया.