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कोरोना वैक्सीन से नहीं हार्ट अटैक से हुई वार्ड ब्वाय की मौत

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक वार्ड ब्वाय की मौत से हड़कंप मच गया है. वार्ड ब्वाय के परिजनों का आरोप है कि वैक्सीनेशन के बाद उसकी तबीयत खराब हुई थी और फिर अचानक मौत हो गई. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई है.

वार्ड ब्वाय की मौत
वार्ड ब्वाय की मौत

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Published : Jan 18, 2021, 7:24 AM IST

Updated : Jan 18, 2021, 1:10 PM IST

मुरादाबाद: कोविड टीकाकरण के 24 घंटे के बाद जिला अस्पताल के एक वार्ड ब्वाय की मौत होने से खलबली मच गई. परिजनों का आरोप है कि कोविड वैक्सीन लगने के बाद महिपाल की हालत बिगड़ गई. इसके बाद रविवार की शाम को इनकी मौत हो गई. सीएमओ एमसी गर्ग ने बताया कि महिपाल को सीने में दर्द और सांस फूलने की शिकायत पर भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताया गया है.

मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट.

दरअसल, पूरे देश में 16 जनवरी से कोविड वैक्सीन के टीकाकरण की शुरुआत हुई थी. मुरादाबाद जिला अस्पताल में भी स्वास्थकर्मियों को टीका लगाया गया था. जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय पद पर तैनात महिपाल सिंह ने भी 16 जनवरी को 12 बजे करीब कोविड वैक्सीन का टीका लगवाया था. इसके बाद बेटे को अस्पताल बुलाकर घर वापस आ गए. 16 जनवरी की ही रात को इमरजेंसी वार्ड में उनकी ड्यूटी की. 17 जनवरी रविवार को ड्यूटी से घर वापस आने के बाद अचानक से उनकी तबियत बिगड़ गई. इसके बाद महिपाल को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया. परिजनों का आरोप है कि कोरोना वैक्सीन की वजह से ही महिपाल की हालत बिगड़ी और मौत हो गई.

मृतक महिपाल के बेटे विशाल ने बताया कि 17 जनवरी को उसके पिता महिपाल ड्यूटी से घर वापस आये तो उनकी तबियत खराब थी. उसे घर से फोन आया कि उसके पापा की तबियत बहुत खराब है. इसी बीच परिवार वाले उनको जिला अस्पताल ले गए, जहां उनकी मृत्यु हो गई.

मेरे पिता को 16 जनवरी को कोरोना की वैक्सीन लगी थी. मेरे पास उनका 12.30 बजे कॉल आया कि बेटा अपनी गाड़ी लेकर जिला अस्पताल आ जाओ. वह बोले मेरा कोविड वेक्सिनेशन होगा और मुझसे आज गाड़ी नहीं चलेगी. उसके बाद वहां से करीब 1.30 वेक्सिनेशन होने के बाद उनको अपने साथ घर ले आया.

-विशाल, मृतक का बेटा

विशाल ने बताया कि उसके पापा की हालत खराब थी और सास फूल रही थी. वह पहले कोरोना पॉजिटिव नहीं थे. पहले थोड़ा सा निमोनिया था, लेकिन वहां से आने के बाद इनको ज्यादा तकलीफ होने लगी थी. सीएमओ घर पर आए थे और परिवार वालों से मिलकर गए हैं. विशाल का कहना है कि कोरोना का टीका लगने की वजह से ही मौत हुई है.

मृतक के बेटे ने वैक्सीन को बताया मौत की वजह.

जिला अस्पताल के वार्ड ब्वाय महिपाल सिंह की मौत के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी एमसी गर्ग भी मृतक वार्ड ब्वाय महिपाल के घर गए. मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि महिपाल सिंह हमारे जिला चिकित्सालय में वार्ड ब्वाय के पद पर तैनात थे. उनकी शाम 6 बजे मृत्यु हो गई है. मृतक को दोपहर में सीने में दर्द और सांस फूलने में दिक्कत हुई थी. उन्होंने बताया कि महिपाल को जिला चिकित्सालय में मृत अवस्था में ले जाया गया था. 16 जनवरी को इनको कोरोना वैक्सीन दी गई थी.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में दी जानकारी

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में सीएमओ ने दी जानकारी.

सीएमओ एमसी गर्ग ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मृत्यु का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम कराए जाने का निर्णय लिया गया था.उसके उपरांत तीन डॉक्टरों के पैनल ने उनका पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम में उनकी मृत्यु का कारण 'कार्डियोजनिक शॉट विथ सेप्टीसीमिक शॉक' पाया गया. महिपाल सिंह की मृत्यु में कोरोना वैक्सीन का कोई सम्बन्ध नहीं पाया गया. उस दिन जिला अस्पताल में जिनको भी वैक्सीन लगी थी वह सभी भी स्वस्थ हैं.

Last Updated : Jan 18, 2021, 1:10 PM IST

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