मुरादाबाद: डॉ. भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी में आयोजित दीक्षांत समारोह के जरिए उत्तर प्रदेश के नागरिक पुलिस सेवाओं को 218 दारोगा शुक्रवार को मिल गए. मृतक आश्रित कोटे के जरिए चयनित 2019 बैच के इन प्रशिक्षु दारोगाओं को शुक्रवार को दीक्षांत परेड के जरिए उत्तर प्रदेश की नागरिक पुलिस सेवा में शामिल कर लिया गया. पासिंग आउट परेड में प्रशिक्षु दारोगाओं को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलवाई गई.
पासिंग आउट परेड में परेड की सलामी डीजी प्रशिक्षण सुजान वीर सिंह ने ली. बेहतरीन प्रदर्शक चुने गए 23 कैडेट
मुरादाबाद के कांठ रोड स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी में शुक्रवार को पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया. पुलिस अकादमी में 2019 बैच के दारोगाओं की एक वर्ष की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद दीक्षांत समारोह के जरिए उन्हें प्रदेश की नागरिक पुलिस सेवा में शामिल किया गया. शुक्रवार को आयोजित पासिंग आउट परेड में परेड की सलामी डीजी प्रशिक्षण सुजान वीर सिंह ने ली. जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर अकादमी के एडीजी राजीव कृष्णा और डीआईजी पूनम श्रीवास्तव के साथ-साथ तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे. मृतक आश्रित कोटे से नागरिक पुलिस सेवा में शामिल किए गए 218 कैडेटों में से 23 कैडेट को बेहतरीन प्रदर्शक के रूप में चुना गया. इन तेईस कैडेट को प्रशस्ति पत्र व मेडल प्रदान करके सम्मानित किया गया.
प्रशिक्षु दारोगाओं को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलवाई गई. न्याय और कानून व्यवस्था न हो प्रभावित
वर्ष 2019 के बैच के दारोगाओं को संबोधित करते हुए डीजे प्रशिक्षण सुजान वीर सिंह ने कहा कि आज नागरिक पुलिस सेवा में शामिल होने वाले प्रशिक्षुओं के लिए बड़े गर्व का दिन है. कोरोना महामारी के कारण जहां तमाम तरह के बदलाव इस समाज ने देखें हैं. वहीं, केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के अनुसार आप सबका प्रशिक्षण भी करवाया गया है.
पुलिस के प्रति जगाएं विश्वास
डीजे प्रशिक्षण सुजान वीर सिंह ने कहा कि आप सबकी जिम्मेदारी है कि समाज के लोगों में नागरिक पुलिस के प्रति विश्वास जगाया जाए. आप सब आज से सिस्टम के एक महत्वपूर्ण अंग है. आपको अपनी बेहतरीन कार्यशैली के जरिए यह प्रूव करना होगा कि न्याय और कानून व्यवस्था को किसी तरह का आसामाजिक तत्व प्रभावित न कर पाए.
कंधों पर होगी बड़ी जिम्मेदारी
परेड को संबोधित करते हुए पुलिस एकेडमी के एडीजी राजीव कृष्ण ने कहा कि आप सभी के कंधों पर उम्मीदों का एक बड़ा बोझ है. एक दारोगा पुलिस महकमे का मुख्य अंग होता है. एक विवेचक के रूप में दारोगा को जो अधिकार दिए गए हैं. उनका सदुपयोग कर पाना आप सबों के लिए बेहद जरूरी विषय है. उन्होंने कहा कि अधिकारों के सदुपयोग पर ही पूरे न्याय व्यवस्था की आधारशिला टिकी हुई है.