मुरादाबाद: जनपद के छजलैट थाना क्षेत्र में रहने वाले एक छात्र ने देर रात खुदकुशी कर ली. परिजनों के मुताबिक छात्र ने सीबीएसई बोर्ड से बारहवीं की परीक्षा दी थी और सोमवार को घोषित हुए परीक्षा परिणाम में वह फेल हो गया. परीक्षा में फेल होने की जानकारी मिलने के बाद छात्र तनाव में चल रहा था और देर रात उसने घर में रखी लाइसेंसी बन्दूक से खुद को गोली मार ली. छात्र की मौत के बाद परिजनों में मातम पसरा हुआ है. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथ ही पुलिस ने फॉरेंसिक टीम की मदद से मौके से साक्ष्य जमा किए हैं.
12वीं में फेल होने पर छात्र ने की आत्महत्या, पिता की बंदूक से खुद को मारी गोली
09:18 July 14
यूपी के मुरादाबाद में 12वीं की परीक्षा में फेल होने पर एक छात्र ने आत्महत्या कर ली. सीबीएसई बोर्ड का परिणाम सोमवार को घोषित हुआ था, जिसमें छात्र फेल हो गया था जिसके बाद उसने अपने पिता की बंदूक से खुद को गोली मार ली.
छजलैट थाना क्षेत्र के सीकरी गांव में रहने वाले छात्र उमित के परिवार में मातम का माहौल है. बारहवीं कक्षा का छात्र उमित सोमवार की दोपहर सीबीएसई बोर्ड का रिजल्ट घोषित होने के बाद से परेशान था. दरअसल उमित परीक्षा में फेल हुआ था, जिसके बाद उसने खुद को घर के एक कमरे में बंद कर लिया था. परिजनों के मुताबिक उन्होंने उमित को समझाने की काफी कोशिश की, जिसके बाद वह कुछ सामान्य हुआ था. लेकिन देर रात जब परिजन सोने की तैयारी कर रहें थे उसी दौरान उमित ने अपने घर में रखी लाइसेंसी बन्दूक से खुद को गोली मार ली. कमरे में फायरिंग की आवाज सुनकर परिजन पहुंचे तो कमरे में उमित का शव पड़ा हुआ था और उसने अपने गले में बन्दूक सटाकर खुद को गोली से मार ली थी.
उमित की ओर से खुदकुशी करने के बाद परिजनों में मातम छा गया. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. साथ ही फॉरेंसिक टीम की ओर से मृतक के कमरे से साक्ष्य संकलन किया गया. एसपी देहात के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है और पुलिस छात्र की मौत से जुड़ी हर वजह को तलाश कर रही है. पुलिस को छात्र के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है.
एसपी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा परिणामों को लेकर छात्रों को अक्सर तनाव का शिकार होना पड़ता है. समाजसेवी संस्थाओं के अतिरिक्त स्कूल-कालेज भी छात्रों से संयम रखने की अपील करते है. परीक्षा में फेल होने के बाद छात्रों की खुदकुशी से परिवार जहां मातम में डूब जाता है, वहीं अन्य छात्रों पर भी इसका असर नजर आता हैं.