मुरादाबादः योगी सरकार ने बकरीद और कावंड़ यात्रा को लेकर गाइडलाइन जारी की है. इस पर सपा सांसद एसटी हसन ने कहा है कि बकरीद पर जहां कुर्बानी होती हो वही करें किसी को कुर्बानी से परेशानी नहीं होनी चाहिए. 75 साल से जिस कानून से किसी दूसरे को कोई परेशानी नहीं है तो आप क्यों शिगूफा छोड़ रहे है. वह बोले कि मुसलमानो में कोई पसमांदा मुसलमान नहीं होता है. हमारे यहां सवर्ण और दलित नहीं होते है. मंदिर तोड़ना अच्छी बात नहीं है, अगर कोई ऐसा करता है तो वह पाप करता है.
परिवारवाद की बातें वो लोग नही समझ सकते जिनका अपन खुद का कोई परिवार न हो. राजनेता को जनता चुनकर भेजती है. आप जनता पर इल्जाम लगा रहे है कि जनता परिवारवादी है. उन्होंने कहा कि गोश्त के वेस्ट को दफन कर दिया जाए, सड़कों पर न फेंका जाए. अगर कावड़ यात्रा मार्ग पर मीट बिकने से किसी को तकलीफ हो रही है तो हमे एतराज नहीं है, सिर्फ उस मार्ग पर मीट की दुकान बंद कर दें.
यूसीसी को लेकर वह बोले कि 75 साल में कानून से किसी को परेशानी हुई. वह 2024 की तैयारी इस तरह के कानून लाकर कर रहे हैं ताकि समाज को बांट दिया जाए. वोटों का धुर्वीकरण कर दिया जाए. इस तरह की बातें प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देती. वह सबके प्रधानमंत्री है. जिन कानूनों से दूसरे को तकलीफ़ नहीं है तो आप ये शिगूफा क्यों छोड़ रहे हैं. वह बोले कि पीएम से पूछता हूं कि क्या मुसलमानों में पसमांदा होते हैं. हमारे यहां सवर्ण और दलित नहीं होते हैं. मुसलमानों में तो कोई पसमांदा है ही नहीं, सब इंसान है. अब आप मुसलमानों को भी बांटने लगे हैं.