मुरादाबाद: बहुजन समाज पार्टी की तरफ से आयोजित प्रबुद्ध विचार गोष्ठी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्य अतिथि सतीश चंद्र मिश्रा ने प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सपा और भाजपा ने हमेशा ब्राह्मणों को धोखा दिया है. उन्होंने प्रयागराज, गोरखपुर, बुंदेलखंड और बिकरू कांड का उदाहरण देकर ब्राह्मणों की हत्या और ब्राह्मणों को जेल भेजने का आरोप लगाया. साथ ही यह भी आरोप लगाया कि भाजपा मठों के लोगों को मंदिरों में भेजकर मंदिरों के पुजारियों को हटाने का काम कर रही है. अयोध्या में कोई भूमि पूजन नहीं हुआ है, केवल वहां पर 4 ईंटों का पूजन किया गया है. अभी तक अयोध्या में मंदिर की नींव तक नहीं रखी गई है. भाजपा केवल राम मंदिर के नाम पर सन 1993 से लेकर अब तक चंदा इकट्ठा करने का काम कर रही है. आने वाले विधानसभा चुनाव में बड़ी संख्या में रथ और हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल उसी चंदे से किया जाएगा.
बता दें कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण समाज के लोगों को एक बार फिर से बहुजन समाज पार्टी से जोड़ने के लिए ब्राह्मण सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है. शनिवार को प्रबुद्ध विचार गोष्ठी कार्यक्रम में शामिल होने बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा मुरादाबाद पहुंचे. मुरादाबाद के राही होटल में कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यूपी में यह हमारा 20वां सम्मेलन है. 2007 के चुनाव से पहले हमने प्रयागराज से ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत की थी. इस बार हमने अयोध्या से इस कार्यक्रम की शुरुआत की है. 2007 में जिस तरह से ब्राह्मण समाज के लोग बसपा से जुड़े और हमने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी, एक बार फिर से 23 प्रतिशत दलित और 16 प्रतिशत ब्राह्मण जब आपस में जुड़ जाएंगे तो आने वाले विधानसभा चुनाव में बहुत बड़ी ताकत बनकर उभरेंगे.
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने बताया कि 2007 के विधानसभा चुनाव से पहले लखनऊ के अंबेडकर पार्क में 11 हजार ब्राह्मणों ने बसपा सुप्रीमो मायावती का शंखनाद करके स्वागत किया था. उसी मंच से ब्राह्मणों ने भगवान गणेश जी की मूर्ति भेंट की थी. तब बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि 'हाथी नहीं गणेश हैं, ब्रह्मा-विष्णु-महेश हैं'. उसके बाद सरकार बनने के बाद 45 ब्राह्मण समाज के लोग जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे, जिसमें से 15 कैबिनेट मंत्री, 15 एमएलसी, विधानसभा अध्यक्ष भी ब्राह्मण समाज का बनाया था. 5 हजार ब्राह्मणों को सरकारी वकील बनाकर ब्राह्मणों को सम्मान देने का काम बहुजन समाज पार्टी ने किया था.