मुरादाबाद :कोरोना काल में जहां यात्री ट्रेनों का संचालन बंद होने से रेलवे को नुकसान झेलना पड़ रहा है, वहीं रेलवे द्वारा चलाई जा रही विशेष ट्रेनों में भी यात्री सफर करने से परहेज कर रहे हैं. ऐसे में राजस्व बढ़ाने के लिए रेलवे मालगाड़ियों के सहारे है. मुरादाबाद मंडल में पिछले साल के मुकाबले जहां माल ढुलाई ज्यादा हुई है, वहीं इसका सीधा असर राजस्व पर भी दिखने लगा है. पिछले साल अगस्त में सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने से रेलवे को 44 करोड़ रुपयों की आय हुई थी, जबकि इस साल यह आंकड़ा 49 करोड़ तक पहुंच गया है. सितंबर महीने के शुरुआती चौदह दिनों में रेलवे को अब तक 23 करोड़ का राजस्व प्राप्त हो चुका है, जबकि पिछले साल पूरे महीने 45 करोड़ का राजस्व मिला था.
मुरादाबाद : कोरोना काल में मालगाड़ियां बनीं रेलवे के लिए संजीवनी
उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में रेलवे के राजस्व को बढ़ाने में मालगाड़ियां अहम साबित हो रही हैं. पिछले साल के मुकाबले इस साल रेलवे हर महीने मालगाड़ियों के संचालन से अतिरिक्त राजस्व जुटा रहा है.
डीआरएम तरुण प्रकाश के मुताबिक, बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट बनाने से रेलवे अब नए अवसर तलाश कर रहा है. साथ ही कृषि बाहुल्य क्षेत्र होने के चलते छोटी मंडियों को भी रेलवे की सेवाओं के लिए प्रेरित किया जा रहा है. रेलवे ने कोरोना काल में कई शहरों में व्यापारियों को बेहतर सुविधा देने के लिए बुकिंग सेंटर खोलने की योजना बनाई है. साथ ही गाड़ियों के रुकने की व्यवस्था भी सुधारी गयी है.
डीआरएम के अनुसार, कोरोना काल में रेलवे ने दवाइयों, सब्जियों और अन्य जरूरी सामान की ढुलाई कर रिकॉर्ड कायम किया है. साथ ही अब दक्षिण भारत में भेजे जाने वाले सामान को लेकर रणनीति तैयार की गई है. रेलवे अधिकारी होम बुकिंग की योजना भी बना रहे हैं, जिसके बाद लोग घरों से ही सामान की बुकिंग करा सकते हैं. रेलवे बुक किये गए सामान को घरों से ही ले जाएगा.